त्रिवेंद्र पर अब तीरथ सिंह रावत के मंत्री भी हमलावर, हरक सिंह ने पलटा बड़ा फैसला

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देहरादून। मुख्यमंत्री पद से हटाए गए त्रिवेंद्र सिंह रावत के फैसलों को अभी तक तो नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत बदल रहे थे, मगर अब उनके मंत्री भी उनके फैसलों को पलटने लगे हैं। कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने त्रिवेंद्र सिंह रावत सरकार के उस फैसले को आज पलट दिया है जिसमें उन्होंने भवन एवं संनिर्माण कर्मकार कल्याण बोर्ड के कर्मचारियों को हटा दिया था। मंत्री हरक सिंह रावत ने कर्मचारियों को पुनः तैनाती देते हुए आदेश जारी कर दिया है।
श्रम मंत्री डॉ हरक सिंह रावत ने सचिव श्रम को दिए आदेश में कहा है कि अक्टूबर में 38 कर्मचारियों को बोर्ड से हटा दिया गया था। उन्हें उसी तिथि से बहाल कर दिया जाए जब से उन्हें हटाया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि बेवजह हटाने का कोई कारण नहीं था, लेकिन उन्हें हटा दिया गया। त्रिवेंद्र सरकार के कार्यकाल में पिछले साल अक्टूबर में श्रम मंत्री हरक सिंह रावत को कर्मकार कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष पद से हटाते हुए शमशेर सिंह सत्याल को अध्यक्ष बना दिया था। डॉ रावत ने इस पर कड़ी नाराजगी जताई थी, बाबजूद सरकार ने तुरंत समूचे बोर्ड का नए सिरे से गठन कर सचिव का दायित्व देख रही दमयंती रावत को उनके अपने मूल विभाग में भेज दिया। उनके स्थान पर दीप्ति सिंह को सचिव बोर्ड का जिम्मा दे दिया गया था। अब मुख्यमंत्री पद से त्रिवेंद्र सिंह रावत हट चुके हैं, तीरथ सिंह रावत की मुख्यमंत्री पद पर ताजपोशी हो गई है। तब से अभी तक लगातार तीरथ सिंह रावत पूर्व सीएम त्रिवेंद्र के फैसलों को पलट रहे हैं। अब दो कदम बढ़ते हुए तीरथ सिंह रावत के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने भी कर्मकार कल्याण बोर्ड से हटाए गए कर्मचारियों को बहाल कर अपना हिसाब बराबर कर लिया है।

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