18 माह की बच्ची की जान लील गई टॉफी, जानिए कैसे क्या हुआ

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बरेली। क्या आप कभी सोच सकते हैं कि टॉफी भी किसी की जान ले सकती है। कैंट थाना क्षेत्र में गुरुवार शाम एक परिवार पर टॉफी की मिठास ही कहर बनकर टूट पड़ी। इसको खाने से 18 माह की बच्ची की मौत हो गई। थाना क्षेत्र के गांव मोहनपुर के वार्ड संख्या 3 निवासी मोहसिन सैफी की पत्नी गुलशन फात्मा अपने बच्चों के साथ ठिरिया निजावत खां स्थित अपने मायके गई थी। गुरुवार शाम करीब 5 बजे गुलशन ने छोटी बेटी अनाबिया को जैली वाली टॉफी खाने को दे दी। अनाबिया ने टॉफी मुंह में रख ली। कुछ देर बाद टॉफी उसके गले में फंस गई जिससे अचानक उसे सांस लेने में दिक्कत होनी शुरू हो गई। मौके पर ही उसकी मौत हो गई। औपचारिकता के लिए उसे परिवार वाले इलाज के लिए निजी अस्पताल लेकर आए जहां डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। अचानक बच्ची की मौत से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों ने शव को गुरुवार देर रात दफना दिया। मोहसिन के तीन बच्चों में अनाबिया सबसे छोटी थी। उससे बड़े मो. अमान (9) व तनु (6) है। मोहसिन किराना मर्चेंट का काम करते हैं।

टॉफी फंस जाए तो उल्टा कर पीठ थपथपाएं

जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिका एवं बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अलका शर्मा ने बताया कि डेढ़ साल की बच्ची की गले की नली काफी संकरी होती है। इसलिए टॉफी जैसी बड़ी और ठोस खाने की चीज बच्चे को नहीं देनी चाहिए। अगर बच्चा जिद कर रहा है तो टॉफी के छोटे-छोटे टुकड़े बनाकर ही दें। अगर बच्चे के गले में टॉफी अटक जाए तो फौरन बच्चे को उल्टा कर उसकी पीठ को जोर से थपथपाएं। संभव हो तो इस प्रकार की चीजें बच्चे को खाने के लिए न दें।