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बरेली जिले का एक ऐसा गांव जहां स्मैक तस्करों की वजह से नहीं हो पा रहीं युवाओं की शादियां

न्यूज जंक्शन 24, बरेली।

जिले की फरीदपुर तहसील का बेहरा गांव स्मैक तस्करी के लिए पूरे देश में इस कदर बदनाम है कि यहां के युवाओं की शादियां तक रुक गई हैं। इसका कारण है तैमूर उर्फ भोला। भोला ने गांव के करीब-करीब हर घर के युवा को अपने शिकंजे में ले रखा है। या तो युवा स्मैक तस्करी में लिप्त है या स्मैक पीता है। इस कारण कोई भी यहां के लोगों से तो रिश्तेदारी तो दूर अपने घर बुलाना तक पसंद नहीं करता। परेशान ग्रामीणों ने एसपी देहात से शिकायत कर आरोपियों को पकड़ सजा दिलाने की मांग की। जिसके बाद तीन थानों की पुलिस ने आकर तैमूर का गांव स्थित फॉर्म हाउस ढहाया। साथ ही गाँव के फरार आरोपियों के नाम अलाउंस कर इनके बारे में कोई भी सूचना होने पर पुलिस को जानकारी देने के लिए कहा।

अपराध की दुनिया में अंतरराज्यीय स्तर पर अपनी पहचान बना चुके फरीदपुर के बेहरा गांव के तैमूर उर्फ भोला मादक पदार्थों की तस्करी करके पांच सालों में करोड़ों का मालिक बन गया। तैमूर ने गांव के गरीब परिवार में जन्म लिया। 20 साल की उम्र में तैमूर ने स्मैक तस्करी का काला कारोबार शुरू किया। लाइन पर मठिया पर तैमूर ने स्मैक की पुड़िया बेचनी शुरू की। उसकी स्मैक की पुड़िया खरीदने के लिए कई जिलों के नशेबाज लाइनपार मठिया पर आने लगे।

गांव बेहरा में पुलिस ने तोड़ा तैमूर का फॉर्म हाउस।

इसके बाद वह झारखंड से स्मैक की खेप लाकर दिल्ली और मुंबई भेजने लगा। गांव के सलमान और सद्दाम के अलावा  मोहनपुर, पढ़ेरा के तमाम युवकों को अपने गिरोह में शामिल करके तस्करी का काला कारोबार उसने शुरू कराया। तैमूर के गिरोह में तस्करी करते कई युवक स्मैक के नशे की लत में पड़कर तबाह हो गए। जबकि कई ने करोड़ों की प्रॉपर्टी खड़ी कर ली। दिल्ली पुलिस ने तैमूर को कई बार गिरफ्तार करके जेल भेजा लेकिन वह जमानत पर छूटता रहा। दिल्ली से लेकर बरेली समेत कई शहरों के थानों में उसके खिलाफ दर्जनों मुकदमे दर्ज हैं। छह माह पहले तैमूर फरार हो गया।

ग्रामीणों ने बताया कि तैमूर ने नोएडा, गाजियाबाद सहित कई बड़े शहरों में अपनी कोठियां बनाई पर अपने नाम से कोई भी प्रॉपर्टी नहीं खरीदी। गांव में बनी दो मंजिला कोठी पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए थे। दो महीने पहले पुलिस ने कैमरे तोड़ डाले। जिसके बाद से वह पूरी तरह से अंडर ग्राउंड हो गया। तैमूर उर्फ भोला ने आज तक कोई आधार कार्ड भी नहीं बनवाया है। उसकी फोटो भी किसी के पास नहीं है। बेहद शातिर किस्म का भोला उर्फ तैमूर पुलिस को चकमा देकर कई बार निकल चुका है। पुलिस तैमूर और भोला की प्रॉपर्टी खंगाल रही है।

फरीदपुर सर्किल के चार गांव के बदमाशों को दी चेतावनी

एसपी देहात डॉक्टर संसार सिंह ने फरीदपुर के बेहरा गांव के अलावा फतेहगंज पूर्वी के नगरिया कला, पंखा खेडा,मोहनपुर में फोर्स के साथ दबिश देकर तस्करों और बदमाशों को चेतावनी दी। उनके घरों पर नोटिस चस्पा की है। एसपी देहात डॉक्टर संसार सिंह ने बताया की पंखाखेड़ा गांव में डकैत और बदमाशों को चेतावनी दी गई। जबकि बेहरा,पढ़ेरा,मोहनपुर और नगरिया कला में तस्करों को आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया है। बदमाशों और तस्करों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जा रहा है। उन्हें गिरफ्तार करके जेल भेजा जाएगा। 

ये हैं तस्कर जिन पर दर्ज हैं मुकदमे

पुलिस की ओर से जारी की गई सूची में बेहरा गांव के तैमूर उर्फ भोला, तफज्जुल खां, इमरान, सद्दा, सलमान, यच्छन, इसराइल खां, नवाब खां, राशिद, आसिफ मुजाहिद, वासिद, रियाज, आसिफ, लतीफ खां,नासिर वेग, आजम वेग, तालिब अली, बाबू अली, मेहनाज बानो, साजिद, नाजिर, वाजिद, नुसरत खां, इस्लाम खां, अकरम उर्फ भोला। मोहनपुर गांव के अजीमुल्ला, राशिद उर्फ गुलाब खां, सर्वेश खां, आमिर, मुस्तफा, मेहताब, सत्तार, सालिम, नईम खां,अच्छन।

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