पांच दिन बाद रानीबाग पुल से शर्ताें के साथ आवाजाही फिर शुरू, अभी ऐसे वाहनों को ही मिलेगा ग्रीन सिग्नल

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हल्द्वानी। भारी बरसात की चपेट में आकर बंद हुए रानीबाग पुल पर आवागमन फिर से शुरू हो गया है। लोक निर्माण विभाग ने शुक्रवार रात 11:30 बजे 12 फुट ऊंची सुरक्षा दीवार बनाकर पांच दिन पहले जमींदोज हुई सड़क की मरम्मत कर दी है और इसके साथ ही इसे अावाजाही के लिए खोल दिया है। रास्ता खुलने के बाद यहां से सबसे पहले विधायक रामसिंह कैड़ा का वाहन सबसे पहले गुजरा। हालांकि अभी यह रास्ता छोटे और हल्के वाहनों के लिए ही खोला गया है। बड़े और भारी वाहनों के लिए प्रवेश अभी भी यहां से वर्जित है।

बीते सोमवार को भीमताल जाने वाले रानीबाग पुल के पास की सड़क भारी बरसात के कारण जमींदोज हो गई थी। इस सड़क के पास ही नए पुल निर्माण को लेकर बुनियाद खोदी जा रही थी, जिससे सड़क अंदर ही अंदर कमजोर हो गया था। कई दिनों तक बरसात हुई तो करीब 10 मीटर सड़क खाई में चली गई थी, जिसके बाद से ही यहां से यातायात बंद कर दिया गया था। यह रास्ता बंद होने के बाद सभी वाहनों को ज्योलीकोट होकर भवाली, भीमताल और उससे आगे भेजा जा रहा था। यह रास्ता काफी लंबा होने के कारण समय भी काफी लग रहा था, जिसके कारण सभी परेशान थे।

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कास्तकारों पर इसका विशेष प्रभाव पड़ा था। जहां एक ओर कृषि उत्पाद ले जाने के लिए लगभग 20 से 25 किमी का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा था, तो वहीं सही समय मे ताजी सब्जी और फल मंडी नहीं पहुंचने से उचित मूल्य भी नहीं मिल रहा था। वहीं पुल के समीप के गांव अमृतपुर, डाहरा, भौंर्सा, बानना, पिनरौ आदि में तो रोज प्रयोग होने वाली सामग्री का भी अभाव हो गया था। लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क को 23 जुलाई तक सही करने का वादा किया था। अपने वादे के तहत लोनिवि ने शुक्रवार को देर रात सड़क की मरम्मत पूरी कर इसे छोटे वाहनों के लिए खोल दिया।

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एसएसपी से मांगी सुरक्षा

रानीबाग पुल अभी छोटे वाहनों के लिए ही खोला गया है। यहां से कोई बड़ा वाहन अगर गुजरा तो सड़क को फिर नुकसान हो सकता है। यही अंदेशा जताते हुए लोनिवि ने एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी को पत्र लिखकर कहा है कि सड़क की सुरक्षा के लिए जरूरी है कि सड़क के दोनों ओर सुरक्षा कर्मी तैनात रहे, जो बड़े और भारी वाहनों को यहां से गुजरने से रोक सकें। साथ ही साइन बोर्ड भी लगाना इसके लिए अावश्यक है।

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