Up panchayat election : पिता के अंतिम संस्कार में जा रहा था बीडीसी सदस्य, रास्ते से कर लिया गया अगवा। फिर हुआ ऐसा

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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में आज हो रहे ब्लॉक प्रमुख के चुनाव से पहले एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। घटना संतकबीर नगर जिले की और चुनाव से ही जुड़ी हुई है। यहां एक बुजुर्ग पिता की शव यात्रा पर जा रहे बीडीसी पुत्र को रास्ते से हीअगवा कर लिया गया। इसकी जानकारी मिलने पर घाट पर अंतिम संस्कार के लिए उसका इंतजार कर रहे लोग शव काे साथ लेकर पुलिस थाने पहुंच गए और रास्ता जाम कर दिया। करीब सात घंटे बाद जब अपहर्ताओं ने बीडीसी सदस्य को छोड़ा तब जाकर वह पिता के शव को मुखाग्नि दे सका। अपहरण का आरोप भाजपा कार्यकर्ताओं पर लगा है।

संतकबीर नगर के महुली क्षेत्र के ठाठर गांव निवासी बीडीसी सदस्य अजय कुमार के पिता मनिराम यादव का गुरुवार रात निधन हो गया था। शुक्रवार दोपहर सभी शव को अंतिम यात्रा पर सरयू नदी के बिड़हर घाट लेकर जा रहे थे कि चार लग्जरी वाहनों से पहुंचे कुछ लोगों ने असलहों के बल पर कठिनईया पुल से बीडीसी सदस्य अजय कुमार का अपरहण कर लिया। इसकी सूचना मिलने पर शव को घाट पर लेकर पहुंच चुके लोग शव के साथ धनघटा पुलिस थाने पहुंच गए अौर धनघटा-उमरिया बाजार मार्ग को जाम कर अपहृत बीडीसी सदस्य को छुड़ाने की मांग करने लगे। अपहृत बीडीसी सदस्य के चाचा चंद्रभान यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा से जुड़े लोगों ने उसका अपहरण कर लिया है और जब तक पुलिस जब तक अपहृत भतीजे अजय को वापस ला नहीं देगी, तब तक भाई के शव का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे।

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दूसरी बार हुआ था अगवा

उन्होंने ये भी बताया कि बीडीसी अजय को इससे पहले भी अगवा कर वाराणसी ले जाया गया था, लेकिन जब पिता की मौत हुई तो उस पार्टी के लोगों ने अजय को दाह संस्कार में सम्मिलित होने के लिए उसके घर पहुंचा दिया। लेकिन शव यात्रा घर से निकल रही थी कि उसे रास्ते में सत्ता पक्ष के कार्यकर्ताओं ने मारपीट कर उठा लिया। बीडीसी सदस्य अजय कुमार यादव के अपहरण की सूचना पर अंतिम संस्कार में शामिल होने जा रहे लोग अवाक रह गए। एसओ रोहित प्रसाद ने मौके पर पहुंच कर लोगों को समझा-बुझाकर रास्ता साफ कराया और जल्द सदस्य को ढूंढकर लाने का आश्वासन दिया।

शाम करीब छह बजे हुआ मुक्त

शाम करीब पौने छह बजे अपहर्ताओं ने अजय को आजाद किया तो वह घाट पर पहुंचा, तब जाकर शव का अंतिम संस्कार हुआ। बीडीसी सदस्य अजय कुमार यादव ने बताया कि चार गाड़ियों से लोग आए और उसकी कनपटी पर असलहा सटाकर उसे अपने वाहन में बैठा लिया। फिर किसी अज्ञात स्थान पर ले जाकर कमरे में बंद कर दिए। जहां चाय-पानी पिलाया। माफी मन्नत के बाद अपहरणकर्ता उसे पिता के अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए एक वाहन पर बैठा कर घाट तक ले गए और फिर वहीं छोड़ गए। गाड़ी में भाजपा का झंडा लगा था।

बकि भाजपा के जिलाध्यक्ष बद्री प्रसाद यादव ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं को बदनाम करने के लिए अजय के अपहरण का आरोप लगाया जा रहा है। अजय का अपहरण विपक्षी दल के लोगों ने ही किया होगा।

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