बिहार, यूपी और अब उत्तराखंड चुनाव में मचा धमाल, पूछ रहे सवाल- उत्तराखंड में का बा

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नेहा राठौर और सत्यदेव सोनी।
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न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। बिहार की लोकगायिका नेहा राठौर का गाना बिहार में का बा (Uttarakhand me ka ba) के बाद अब यूपी में का बा इन दिनों सोशल मीडिया के साथ-साथ लोगों की जुबान पर चढ़ा हुआ है। यूपी के चुनाव में इस गाने के बोल विरोधी पार्टियों और उनके समर्थकों के बीच खूब गाए जा रहे हैं। करीब डेढ़ साल पहले बिहार विधानसभा चुनाव में भी इस गाने ने खूब चर्चा बटोरी थी और अब उत्तराखंड चुनाव में भी इस गाने के नए वर्जन की एंट्री हो गई है। जिसके बोल हैं उत्तराखंड में का बा (Uttarakhand me ka ba)…।

हरिद्वार के रहने वाले सत्यदेव सोनी ने यह गीत लिखा है। मगर खास बात यह है कि उन्हाेंने अपने गीत में केवल सरकार पर सवाल नहीं उठाए हैं, बल्कि इस पर एक दूसरा गीत लिखकर उन्होंने इस सवाल का जवाब भी दिया है कि उत्तराखंड में सब बा…। सत्यदेव सोनी मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं और हरिद्वार भेल में कार्यरत हैं। इन्होंने नेहा सिंह राठौर के काबा से प्रेरित होकर ही ‘उत्तराखंड में का बा (Uttarakhand me ka ba)’ आैर ‘उत्तराखंड में सब बा’ लिखा है।

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ऐसे हैं गाने के बोल
उत्तराखंड में का बा (Uttarakhand me ka ba)
महंगाई की मार बा, बेरोजगारी अपार बा
दुर्गम पहाड़ यहां, मुश्किल निस्तार बा
झूठे विकास का कर रहे दावा, उत्तराखंड में का बा
कोरोना की मार बा, घटा रोजगार बा
पलायन को मजबूर, यहां कामगार बा
आपदा में अवसर के राग न सुना बा, उत्तराखंड में का बा?
टूटते आधार बा, जीना दुश्वार बा
तीन-तीन सी एम हुए, ऐसी सरकार बा
लापता विकास को, भेज दो बुला बा, उत्तराखंड में काबा
ठप्प व्यापार बा, जीएसटी प्रहार बा
शिक्षा और स्वास्थ्य नीति, नहीं कारगार बा
खाली बा सिलिंडर, गैस तो भरा बा, उत्तराखंड में का बा
सत्यदेव सोनी अब दूसरे गीत से जवाब भी दे रहे हैं।
उत्तराखंड में सब बा, बदरी केदार बा
गंगा के धार बा, उत्तराखंड देवभूमि यहीं हरिद्वार बा
तीर्थों का हब बा, उत्तराखंड में सब बा
धाम यहां चार बा, पुण्य भूमि सार बा
तीरथ त्रिवेंद्र यहां, धामी सरकार बा,
प्रधानमंत्री गजब बा, उत्तराखंड में सब बा
टिहरी गढ़वाल बा, झील नैनी ताल बा
मसूरी में मेला लागे, यहां हर साल बा
रानी खेत भूले कब बा, उत्तराखंड में सब बा
सीधे साधे लोग बा, छप्पन हैं भोग बा
रामदेव कर रहे, बैठे -बैठे योग बा
शुचिता के नभ बा, उत्तराखंड में सब बा
मनसा मां चंडी बा, नागा साधु दंडी बा
महाकुंभ नगरी ये, रहती अखंडी बा
प्रकृति रही फब बा, उत्तराखंड में सब बा
नीलकण्ठ भोला बा, सीधा साधा चोला बा
अद्भुत ऋषिकेश बड़ा, देख मन डोला बा
बसें यहां रब बा, उत्तराखंड में सब बा
हिमगिरि का माथ बा, गोमुख का साथ बा
जीवन संवार रही, जल औषधि हाथ बा
वीर बड़े बब्बा, उत्तराखंड में सब बा
बिजली बा पानी बा, जंगल जवानी बा
घर -घर में शौचालय, सुविधा आसानी बा
जीवन सुलभ बा, उत्तराखंड में सब बा
सैनिक को मान बा, निर्धन को मकान बा
पहाड़न में रेल के भी, बन रहे वितान बा
नित्य विकास का बढ़ता अदब बा, उत्तराखंड में सब बा
आदर सत्कार बा, प्रकृति के दुलार बा
सबसे हो निश्छल, उत्तराखंड के प्यार बा
करे दुनिया लव बा, उत्तराखंड में सब बा

 

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