भाजपा का कांग्रेस पर हमला: केदारनाथ और निकाय चुनावों में हार की भविष्यवाणी

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उत्तराखंड भाजपा ने दावा किया है कि भ्रम और झूठ की राजनीति का जवाब कांग्रेस को हरियाणा के बाद केदारनाथ और निकाय चुनावों में भी मिलेगा।

प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने हरदा के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सनातन और देश को बांटने वाली कांग्रेस को अब देवभूमिवासी भी केदारधाम के अपमान का दंड अवश्य देंगे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में मिली हार से स्थानीय कांग्रेस का विश्वास पूरी तरह हिल चुका है और उनकी बची-खुची गलतफहमी केदार घाटी की जनता कमल खिला कर दूर करने वाली है।

पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बयान पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि संविधान हाथ में लेकर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस अब हरियाणा की जनता का जनादेश स्वीकार नहीं कर रही। जो स्थानीय कांग्रेस नेता आज समाज को बांटने का झूठा आरोप लगा रहे हैं, उनकी जुबान तब नहीं हिली जब उनकी प्रभारी सुश्री शैलजा का कांग्रेस नेताओं ने सार्वजनिक अपमान किया।

भट्ट ने कहा कि हरियाणा की जनता ने कांग्रेस की जातिवादी राजनीति और झूठे वादों को सिरे से नकार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली में बैठे आलाकमान की शह पर कांग्रेस चुनाव आयोग जैसी संवैधानिक संस्थाओं और जनता के विवेक पर सवाल उठा रही है।

भट्ट ने श्री केदारनाथ की अनदेखी करने के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि हरदा को 2013 की आपदा में केदारघाटी में रंगारंग कार्यक्रम कराते हुए देखा गया। उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उनकी सरकारों ने देवभूमि के पावन धामों की कभी सुध नहीं ली और अब भाजपा की विकास नीतियों पर उंगलियां उठा रही हैं।

उन्होंने कहा कि केदारघाटी समेत उत्तराखंड के अनेकों स्थानों में आई आपदा में जान-माल की हानि न्यूनतम होने का मुख्य कारण मुख्यमंत्री पुष्कर धामी के नेतृत्व में सरकार का उत्कृष्ट आपदा प्रबंधन है।

भट्ट ने निष्कर्ष निकाला कि हरियाणा के चुनावों में मिली हार से उत्तराखंड कांग्रेस की चूले भी हिल चुकी हैं। उन्होंने विश्वास जताया कि कांग्रेस के षड्यंत्र देवभूमि में किसी भी तरह से सफल नहीं होंगे और सभी चुनावों में भाजपा की रिकॉर्ड जीत होना तय है।