कोविशील्ड नहीं, बच्चों को लगेगा ये टीका, कोविड-19 टास्कफोर्स के चेयरमैन बोले…

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# Covaxine for children
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न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। नए साल में तीन जनवरी से शुरू हो रहे 15 से 18 साल तक की उम्र के बच्चों के कोरोना रोधी टीकाकरण अभियान के तहत फिलहाल भारत बायोटेक की स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन (Covaxine for children) दी जा सकती है। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह बात कही।

कोविड-19 टास्कफोर्स के चेयरमैन डॉ. एनके अरोड़ा ने कहा कि 12 से 18 साल के बच्चे वयस्कों के जैसे ही होते हैं। देश में कोविड-19 से हुई मौतों में से करीब दो तिहाई मौतें इसी आयु वर्ग की हुई हैं। इसलिए किशोरों को बचाने की जरूरत है। ये बच्चे इधर उधर आवाजाही करते हैं, इसलिए उनमें संक्रमण की जोखिम बहुत ज्यादा है।

कोवैक्सिन का परीक्षण के दौरान बच्चों में बहुत अच्छी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया मिली है। उन्होंने कहा कि बच्चों के टीकाकरण के लिए कोई खास इंतजाम की जरूरत नहीं होगी। बिना किसी विशेष तैयारी के इन बच्चों का टीकाकरण शुरू किया जा सकता है। इन बच्चों को वयस्कों की तरह टीके की दो खुराक दी जाएंगी। पहली व दूसरी खुराक में चार सप्ताह का अंतर रहेगा।

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बच्चों के लिए अभी एकमात्र वैक्सीन उपलब्ध

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि अभी भारत बॉयोटेक की एकमात्र वैक्सीन कोवाक्सिन (Covaxine for children) ही है, जिसे 15 से 18 साल तक के बच्चों को दिया जा सकता है। देश में इस आयु वर्ग के बच्चों की अनुमानित संख्या 7 से 8 करोड़ है।

जॉयकोव-डी टीकाकरण अभियान में शामिल नहीं

जायडस कैडिला के जॉयकोव-डी (ZyCoV-D) टीके को अभी राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान में वयस्कों के लिए भी शामिल नहीं किया गया है। हालांकि इसे 20 अगस्त को आपात इस्तेमाल की मंजूरी दी जा चुकी है। यह देश की एकमात्र वैक्सीन है, जिसे 12 से 18 साल तक की उम्र के बच्चों को दिया जा सकता है। स्वदेश में तैयार जॉयकोव-डी देश की पहली डीएनए आधारित सुई रहित कोविड-19 वैक्सीन है।

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बच्चों को कोवाक्सिन डोज को सशर्त मंजूरी

शुक्रवार को देश के दवा नियंत्रक (DCGI) ने 12 साल से ज्यादा उम्र के बच्चों को स्वदेशी वैक्सीन कोवाक्सिन (Covaxine for children) देने की आपात मंजूर दे दी है। हालांकि इसके लिए कुछ शर्तें रखी गई हैं। देश की 61 फीसदी से ज्यादा वयस्क आबादी को अब तक दोनों खुराक दी जा चुकी है। इसी तरह 90 फीसदी पात्र आबादी को पहली खुराक दी जा चुकी है।

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