खतरा : कोरोना के नकली टीके ने बढ़ाया खतरा, केंद्र सरकार ने उत्तराखंड-यूपी समेत सभी राज्यों जारी की गाइडलाइन, ऐसे करें असली-नकली में फर्क

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नई दिल्ली। कोरोना के खतरे के बीच एक चौंकाने वाली खबर है। बाजार में कोरोना के नकली टीके भी आ गए हैं, जिससे कोरोना को रोकने को लड़ी जा रही जंग के बेसअर साबित होने की आशंका पैदा हुई है। हालांकि नकली टीकों का यह मामला दक्षिण-पूर्व एशिया आैर अफ्रीका क्षेत्र में सामने आया है, जिसे लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चिंता जाहिर की है। अब इसे लेकर भारत सरकार ने भी अलर्ट जारी किया है।

नकली टीकों का यह मामला कोविशील्ड टीके से जुड़ा हुआ है, जो भारत में सर्वाधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ नकली टीके की पहचान के लिए कुछ गाइडलाइंस साझा की हैं। सरकार का मकसद इसके जरिए सेवा प्रदाताओं और निगरानी टीमों को किसी भी नकली कोविड-19 टीकों की पहचान करने में सक्षम बनाना और नकली टीकों को देश में लगने से रोकना है।

मौजूदा समय में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की कोविशिल्ड, भारत बायोटेक की कोवाक्सिन और रूसी टीका स्पूतनिक-वी को देश में चल रहे कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत लगाया जा रहा है। अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी ने दो सितंबर को केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों के सभी अतिरिक्त मुख्य सचिवों और प्रधान सचिवों (स्वास्थ्य) को पत्र में लिखा है कि, ‘यह अनुरोध किया जाता है कि टीकों को उपयोग से पहले सावधानीपूर्वक प्रमाणित करने की आवश्यकता है। वास्तविक कोविड-19 टीकों के लेबल की जानकारी और उपयोग में आने वाले कोविड टीकों की अतिरिक्त जानकारी राष्ट्रीय कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत कार्यक्रम प्रबंधकों और सेवा प्रदाताओं के संदर्भ के लिए संलग्न की जा रही है।’

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चिट्ठी में कहा गया है, ‘कोविड-19 टीकाकरण के लिए सेवा प्रदाताओं और निगरानी टीमों को इन विवरणों के बारे में सूचित किया जा सकता है और नकली टीकों की पहचान के लिए उचित परिश्रम सुनिश्चित किया जा सकता है।’

यह है असली की पहचान

कोविशील्ड : जारी किए गए पत्र में असली टीके की पहचान भी बताई गई है। बताया गया है कि एक असली कोविशील्ड शीशी की बोतल पर गहरे हरे रंग में एसआईआई उत्पाद का लेबल शेड, उल्लिखित ट्रेडमार्क के साथ ब्रांड का नाम और गहरे हरे रंग की एल्यूमीनियम फ्लिप-ऑफ सील होगी। एसआईआई लोगो लेबल के चिपकने वाली ओर एक अलग कोण पर मुद्रित होता है, जिसे केवल उन कुछ चुनिंदा लोगों द्वारा पहचाना जा सकता है जो इसकी सटीक जानकारी से अवगत हैं। अक्षरों को अधिक स्पष्ट और पठनीय होने के लिए विशेष सफेद स्याही में मुद्रित किया जाता है। मापदंडों के अनुसार, पूरे लेबल को एक विशेष बनावट दी गई है, जो केवल एक विशिष्ट कोण पर दिखाई देती है।

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कोवाक्सिन : इसके अलावा कोवाक्सीन लेबल में नकल रोधी सुविधाओं में अदृश्य यूवी हेलिक्स (डीएनए जैसी संरचना) शामिल है, जो केवल यूवी लाइट में ही दिखाई देती है।

स्पूतनिक : रूसी टीके स्पूतनिक के मामले में यह आयातित उत्पाद रूस से दो अलग-अलग थोक निर्माण स्थलों से हैं और इसलिए, इन दोनों स्थलों के लिए दो अलग-अलग लेबल हैं जबकि सभी जानकारी और डिज़ाइन समान हैं, केवल निर्माता का नाम अलग है। अब तक सभी आयातित उत्पादों के लिए, अंग्रेजी लेबल केवल 5 एम्प्यूल पैक के कार्टन के आगे और पीछे उपलब्ध है, जबकि अन्य सभी ओर एम्प्यूल पर प्राथमिक लेबल सहित, रूसी में है।

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