मुख्यमंत्री पद को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का ट्विटर बम, कांग्रेस में भूचाल

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देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार को एक बार फिर ट्विट कर कांग्रेस की अंदरूनी राजनीति गर्मा दी है। उन्होंने प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के प्रदेश में सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात से साफ इंकार करते हुए कह दिया कि उन्हें सामूहिक नेतृत्व की पंक्ति से हटा देने की कृपा की जाए।
अपने ट्विट में हरीश रावत ने लिखा, ‘श्री प्रीतम सिंह सेनापति हैं, यह बहुत स्तुत्य कथन है, उन्हें पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित किए जाने का अनुरोध है, मुख्यमंत्री के चेहरे के रूप में इंदिरा हृदयेश जी का भी स्वागत करूंगा, मैंने अपने नाम को लेकर जो असमंजस है उसको समाप्त किया है। देवेंद्र जी ने जो आदर दिया है, मैं उसके लिए उनको बहुत धन्यवाद देना चाहता हूं, लेकिन मुझे सामूहिक नेतृत्व की पंक्ति से हटा देने की कृपा करें, कुछ समय व्यक्ति को उन्मुक्त भी रहना चाहिये। मैं उसी दिशा में बढ़ते हुए राजनीति के बल पर धन कमाकर अब प्रदेश की राजनीति पर कब्जा जमाने की प्रवृत्ति के विरुद्ध जनजागृति जगाने का काम करना चाहता हूं। मेरे लिए निरंतर यह देखना भी कष्टकारक है कि कांग्रेस संगठन एक होटल की चारदीवारी में कैद होकर न रह जाय।
मुझे कार्यकर्ताओं और स्वराज आश्रम की गरिमा को भी पुनः स्थापित करना है, फिर कभी-कभी कुछ नाम बोझ हो जाते हैं, 2017 में कुछ ऐसी स्याही से मेरा नाम लिखा गया जो कांग्रेस के ऊपर बोझ बन गया। मैं, कांग्रेस को पापार्जित धन की स्याही से लिखे गए नाम के बोझ से भी मुक्त कर देना चाहता हूं, संयुक्त नेतृत्व में भी ऐसे नाम का बोझ पार्टी पर बना रहेगा’।