कांग्रेस पूर्व प्रदेशाध्यक्ष किशोर उपाध्याय सभी पदों से मुक्त, लगा यह आरोप…

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न्यूज जंक्शन 24, देहरादून : काफी समय से अपनी गतिविधियों को लेकर संदिग्ध स्थिति में चल रहे किशोर उपाध्याय को आखिरकार कांग्रेस हाईकमान ने सभी पदों से मुक्त कर दिया है। उन पर पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने और अनुशासन हीन का आरोप लगा है।

किशोर उपाध्याय कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं और काफी समय से पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के प्रति आक्रामक भी हैं।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके किशोर उपाध्याय काफी समय से पार्टी से नाराज चल रहे हैं समय-समय पर उनकी नाराजगी के चलते अन्य दलों में शामिल होने की चर्चाएं भी तेजी से आती-जाती रही हैं अभी फिलहाल में किशोर उपाध्याय लखनऊ गए थे और वहां समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिले थे उसके बाद प्रदेश भर में किशोर उपाध्याय की समाजवादी पार्टी में शामिल होने को लेकर चर्चाएं काफी तेज हो गई।

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मगर कुछ ही दिनों बाद किशोर उपाध्याय की भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम के साथ गुपचुप मुलाकात ने फिर राजनीति को गर्माहट देते चर्चा है किशोर उपाध्याय जल्द ही भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण करेंगे हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के haldwani दौरे को लेकर यह कयास लगाया जा रहा था कि किशोर उपाध्याय उनकी मौजूदगी में भगवा चोला धारण कर सकते हैं लेकिन यह चर्चाएं भी सिर्फ कयासबाजी ही साबित हुई। ऐसे में किशोर उपाध्याय की गतिविधियों को लेकर हाईकमान लगातार टेंशन में बना हुआ है।

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पूरे मामले को कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव राहुल गांधी के समक्ष मामले को रखने के बाद उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव को यह निर्देश मिले कि किशोर उपाध्याय को तत्काल सभी पदों से मुक्त कर दिया जाए, साथ ही उनसे स्पष्टीकरण मांगा जाए कि उनकी यह संदिग्ध गतिविधियां आखिर क्यों संचालित हो रही हैं। किशोर उपाध्याय के पास चुनाव संबंधी कई जिम्मेदारी थीं।