जागेश्वर मंदिर में पूजा के लिए अब इन नियमों का करना होगा पालन, जारी की गई यह गाइडलाइन।

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न्यूज जंक्शन 24, अल्मोड़ा।

जागेश्वर मन्दिर में पूजा-अर्चना के नियम बदल गए हैं। आपको पहले बुकिंग करानी होगी। इसके लिए पूरी गाइडलाइन जारी की गई है। इसके इतर कुछ भी नहीं होगा।
प्रबन्धन समिति के प्रबंधक भगवान भटट ने जिलाधिकारी नितिन सिंह भदौरिया से अनुमति के बाद जारी गाइडलाइन से अवगत कराया कि जागेश्वर मन्दिर समूह में सीमित संख्या में पूजा कराई जाएगी। उन्होंने बताया कि चयनित स्थलों (रूदाभिषेक के लिए केदार मन्दिर के पास, पार्थिव पूजा व अन्य पूजा के लिए जागेश्वर भोग शाला व हवन कुण्ड के पास) पर ही सम्पादित की जायेगी। उन्होंने बताया कि पूजा के लिए चयनित स्थल का आवंटन पूर्व में बुकिंग के पहले आओ-पहले पाओ के आधार पर किया जायेगा। बुकिंग के लिए सम्बन्धित पूजा की रसीद कटवानी आवश्यक होगी। केवल उन्ही श्रद्धालुओं को स्थल आवंटित किया जायेगा, जिसके द्वारा पूर्व में पूजा रसीद कटवायी होगी।
उन्होंने बताया कि पूजा के लिए श्रद्धालुओं की अधिकतम संख्या पूर्व में तय मानक के आधार पर होगी, किसी भी स्थिति में सदस्यों की संख्या बढ़ायी नही जाएगी, यदि किसी भी पुजारी द्वारा तय सीमा से अधिक श्रद्धालुओं को एक साथ बैठाकर पूजा करायी जाती है तो सम्बन्धित पुजारी के विरूद्ध तत्काल कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने बताया कि पूजा का सम्पादन केवल एक पुजारी द्वारा ही किया जायेगा। किसी भी स्थिति में सहायक पुजारी की अनुमति नहीं होगी। पूजा के दौरान केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अंतर्गत पुजारी द्वारा टीका लगाना, कलावा बांधना या जल का छिड़काव पूर्णरूप से प्रतिबन्धित होगा। पूजा हेतु आवश्यक सम्पूर्ण कार्य स्वयं श्रद्धालु द्वारा किये जायेंगे, दर्शन व ऑनलाइन पूजा पूर्व की भाॅति गतिमान रहेगी। उन्होंने बताया कि मन्दिर दर्शन हेतु पूर्व की भाॅति 10 मिनट का समय होगा तथा परिसर में अनावश्यक भ्रमण पूर्णरूप से प्रतिबन्धित रहेगा। उन्होंने बताया कि हर रोज पूजा का सम्पादन प्रातः 10ः00 बजे से दोपहर 3ः30 बजे तक (बुकिंग समय सुबह 10ः00 बजे से दोपहर 1ः30 बजे तक) ही होगा।

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