हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज के ऊपर से टल गया बहुत बड़ा संकट, डॉक्टरों की डिग्री आ गई थी खतरे में, अब हुआ यह

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हल्द्वानी। हल्द्वानी के राजकीय मेडिकल कॉलेज पर आया एक बहुत बड़ा संकट टल गया है। नेशनल मेडिकल कमीशन यानी एनएमसी ने यहां की एमबीबीएस की 125 सीटों को पांच साल के लिए मान्यता प्रदान कर दी है। अब 2016-17 से अब तक प्रवेश लेने वाले डाक्टरों को डिग्री की मान्यता का संकट नहीं रहेगा। एमबीबीएस विद्यार्थियों के साथ ही कॉलेज के लिए यह बड़ी राहत है।

राजकीय मेडिकल कॉलेज हल्द्वानी में वर्ष 2004 से एमबीबीएस की पढ़ाई चल रही है। पहले मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया और अब नेशनल मेडिकल कमीशन इसके लिए पांच साल की मान्यता देता है। इधर कुछ वर्षाें में कॉलेज के 20 फीसद से अधिक संकाय सदस्यों की कमी के चलते मान्यता का मामला लटकता जा रहा था। इसके चलते 2016-17 से अब तक की डिग्री पर खतरा पैदा हो गया था। इस बीच छह बार एमसीआइ का निरीक्षण भी हुआ था, जिससे असमंजस की स्थिति बन गई थी।

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लेकिन अब एनएमसी ने मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को पत्र लिखकर कहा है कि एमबीबीएस की 125 सीटों के लिए 2016-17 से 2020 तक की मान्यता प्रदान कर दी गई है। कोविड के चलते 2021 में निरीक्षण नहीं होगा। अगले पांच साल की मान्यता के लिए 2022 में निरीक्षण किया जाएगा। इस मान्यता के कारण इस अवधि में यहां से एमबीबीएस कर चुके लोगों की डिग्री की मान्यता को कोई खतरा पैदा नहीं होगा।

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