सपना न बन सका अपना, ट्रेनिंग पूरी होने से पहले ही जवान को मौत ने गले लगाया। यहां का है मामला…

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न्यूज जंक्शन 24, अल्मोड़ा।
कुमाऊं रेजीमेंट के प्रशिक्षु जवान तरुण सिंह (17 वर्षीय) की अचानक तबीयत बिगड़ने से मौत हो गई। प्रशिक्षु जवान की सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। वहीं परिवार का इकलौता लाल खोने से परिजनों में कोहराम मच गया है तो गांव में शोक की लहर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तरुण सिंह भैसोड़ा पुत्र प्रकाश सिंह भैसोड़ा निवासी चमतोला गांव, भनोली तहसील अल्मोड़ा का रहने वाला था। फरवरी में बनवसा में हुई भर्ती में उसका पहले ही प्रयास में सेना के लिए चयन हुआ था। चयन के बाद खुशी और उत्साह से लबरेज तरुण सिंह 27 जुलाई को कुमाऊं रेजीमेंट में प्रशिक्षण के लिए पहुंचा था। बताया जाता है कि सोमवार को अचानक तरुण की हालत बिगड़ गई। उसको तुरन्त सेना के अस्पताल ले जाया गया। जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। बाद में रानीखेत के सरकारी अस्पताल में प्रशिक्षु के शव का पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की सुबह को सेना के अधिकारी प्रशिक्षु जवान का शव लेकर उसके घर पहुंचे तो परिजनों में कोहराम मच गया। अपने इकलौते बेटे का मृत शरीर देखकर पिता प्रकाश सिंह बेहोश हो गए। पिता ने रोते हुए बताया कि तरुण का बचपन से ही सेना में भर्ती होने का सपना था। इस सपने को पूरा करने के लिए दिन रात मेहनत करता था। जब उसका सेना में चयन हुआ तो सिर्फ परिवार ही नहीं पूरा गांव भी खुश था। लेकिन उसकी अचानक हुई मौत ने सबको हिला दिया। देर शाम सरयू नदी और रामगंगा नदी के तट पर प्रशिक्षु का सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हुआ। यहां तरुण के चाचा ने उसको मुखाग्नि दी। इस दौरान सेना के अधिकारी समेत संभ्रांत नागरिक मौजूद थे।

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