उत्तराखंड में भारी बारिश के बीच भूस्खलन से कई गांवों को खतरा, कई मवेशी जिंदा दफन

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उत्तराखंड में बीती रात भारी बारिश ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है। विशेषकर टिहरी जिले के भिलंगना ब्लॉक में तबाही मची हुई है। बारिश के कारण भूस्खलन और भू-धंसाव की घटनाओं ने कई गांवों को प्रभावित किया है, जिससे सड़कें और पुलिया क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

घुत्तू और आसपास के आठ से दस गांवों में नुकसान हुआ है, जिसमें कई मवेशी मलबे में दब गए हैं और दो गाय घायल हुई हैं। घुत्तू देवलिंग में गोशाला पर मलबा गिरने से दो गाय और छ बछड़े मलबे में दब गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय ने मलबा हटाने के लिए राजस्व विभाग की टीम को मौके पर भेजा है।

पूर्व जिला पंचायत सदस्य केदार बर्थ्लावाल ने बताया कि मेंडू, सिंदवाल गांव, गवाना मल्ला, कंडारगांव, देवलिंग, सटियाला, बगर, चक्र गांव, और लोम भाट गांव जैसे स्थानों पर भी भारी नुकसान हुआ है। घुत्तू भिलंग क्षेत्र में विद्युत आपूर्ति ठप हो गई है और गांवों की पेयजल लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं।

कर्णप्रयाग में भी बारिश ने कहर बरपाया है। कई वाहन और घर मलबे की चपेट में आए हैं। बधाणी गांव में चार घरों के अंदर से पानी निकल रहा है और सुभाषनगर तथा अपर बाजार में कई वाहन मलबे में फंसे हैं। देवतोली में एक घर का आंगन टूट गया और अन्य घरों में दरारें आई हैं। नैनीताल हाईवे भी कई घंटों के लिए बंद रहा है और सुभाष नगर गधेरा उफान पर आ गया है, जिससे अपर बाजार बाइपास भी बंद हो गया है।

इन परिस्थितियों में राहत और पुनर्वास कार्य की जरूरत है, और स्थानीय प्रशासन सक्रिय रूप से स्थिति पर नज़र रखे हुए है।