तिल्लियों में भर रहे थे बारूद और हो गया जोरदार धमाका, एक बच्ची और 6 महिलाओं सहित 7 की जिंदा जलकर मौत

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न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की तहसील हरोली के तहत औद्योगिक क्षेत्र बाथड़ी स्थित पटाखा फैक्टरी में विस्फोट (explosion in firecracker factory) होने से बड़ा हादसा हुआ है। हादसे में सात कामगारों की जिंदा जलकर मौत हो गई है। वहीं, 12 कामगार झुलस गए हैं, जिन्हें उपचार के लिए सियान अस्पताल बाथड़ी भेजा गया है। इनमें से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। डीसी ऊना की ओर से राज्य आपातकालीन संचालन केंद्र को दी गई सूचना के अनुसार फैक्टरी में विस्फोट सुबह करीब 10:15 बजे हुआ।

एक घायल महिला ने बताया कि विस्फोट (explosion in firecracker factory के समय फैक्टरी में 30 से 35 लोग काम कर रहे थे। तिल्लियों में बारूद भरने के दौरान ये धमाका हुआ। अचानक जोरदार धमाके के बाद फैक्टरी में आग भड़क गई और इधर- उधर लाशें दिखाई देनी लगीं, जो सारी महिलाओ की हैं। मृतकों में एक तीन साल की बच्ची भी शामिल है और वह ब्लास्ट के दौरान अपनी मां के साथ थीद्ध शुरुआती जानकारी में मृतक महिलाएं उत्तर प्रदेश की निवासी बताई जा रही हैं।

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फैक्टरी में विस्फोट (explosion in firecracker factory के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पुलिस मौके पर छानबीन कर रही है। डीएसपी हरोली अनिल पटियाल ने बताया कि मौके पर जांच की जा रही है। सभी पहलुओं की गहनता से जांच की जा रही है। मौके पर डीसी ऊना राघव शर्मा, एसपी अर्जित सेन, उद्योग के महाप्रबंधक अंशुल धीमान भी मौजूद रहे।

अवैध बताई जा रही फैक्टरी

घायलों को ऊना अस्पताल अपनी गाड़ी में लाए एक शख्स ने बताया कि वह 7 घायलों को अपनी गाड़ी में अस्पताल लेकर आया हैं। फैक्ट्री (explosion in firecracker factory के बाहर बड़ी संख्या में लोग जुटे हुए हैं वहींं, स्थानीय पंचायत की महिला प्रधान ने कहा कि हमसे कोई एनओसी नहीं ली गई थी। पहले यहां धर्मकांटा था। साथ ही यह फैक्ट्री अवैध है।

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मालिकों ने दूर बनाया था ऑफिस, धमाका होते ही भागे

हादसे में घायल महिला ने बताया कि जहां पर पटाखों को बनाने का काम किया जाता था, उससे काफी दूर मालिकों ने अपना कार्यालय बनाया था। हादसे के समय वे दफ्तर में ही मौजूद थे और धमाका होते ही वहां से भाग गए। प्रशासन और पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार इस फैक्ट्री का कोई लाइसेंस नहीं था और ये औद्योगिक क्षेत्र में अवैध तौर पर संचालित थी। अब मामला दर्ज कर फैक्ट्री मालिकों की तलाश की जा रही है और पीड़िताओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।

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