आरपीएन के BJP में आने से स्वामी प्रसाद को लगा झटका, सेफ सीट तलाशने में जुटे!

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न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। यूपी विधानसभा चुनाव से पहले नेताओं के दल-बदल का सिलसिला भी लगातार जारी है। बीते रोज कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में शामिल पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह ने बीजेपी का दामन (RPN Singh joins BJP) थाम लिया था। यह जितना बड़ा झटका कांग्रेस के लिए है उससे कहीं ज्यादा बीजेपी छोड़कर सपा में जाने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के लिए भी माना जा रहा है।

स्वामी प्रसाद मौर्य कुशीनगर की पडरौना सीट से विधायक हैं। इस बार भी उनके इसी सीट से उतरने की चर्चा चल रही थी, मगर पडरौना सीट पर आरपीएन सिंह (RPN Singh joins BJP) का अच्छा खासा प्रभाव है। ऐसे में स्वामी प्रसाद मौर्य की धड़कनें भी बढ़ गई हैं। सूत्रों के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य अपने लिए सेफ सीट तलाश कर रहे हैं और वे फाजिलगंज से मैदान में उतर सकते हैं।

पत्नी को भी चुनाव लड़ा सकते हैं आरपीएन सिंह

इधर, चर्चा इस बात की भी है कि आरपीएन सिंह (RPN Singh joins BJP) खुद चुनाव न लड़कर पत्नी सोनिया सिंह को मैदान में उतार सकते हैं। बीजेपी आरपीएन सिंह को राज्यसभा भेज सकती है। अगर आरपीएन सिंह की पत्नी को टिकट मिलता है तो वह स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ ताल ठोकती नजर आ सकती हैं।

कुशीनगर-पडरौना राजघराने से ताल्लुक रखते हैं आरपीएन

दरअसल, आरपीएन सिंह (RPN Singh joins BJP) बीते कई दशको से पूर्वांचल की राजनीति का एक बड़ा चेहरा रहे है। कुशीनगर-पडरौना राजघराने से ताल्लुक रखने वाले आरपीएन सिंह की कुशीनगर के आस-पास के क्षेत्र में एक बेहद मजबूत पकड़ है। आरपीएन सिंह कांग्रेस से 1996 से 2009 तक 3 बार पडरौना के विधायक रहे हैं और 2009 में कुशीनगर से लोकसभा का चुनाव जीतकर यूपीए-2 सरकार में सडक, परिवहन, पेट्रोलियम के साथ गृह राज्य मंत्री भी रहे हैं। 2009 में आरपीएन ने बीएसपी से चुनाव लड़ने वाले स्वामी प्रसाद मौर्या को ही हराया था। ऐसे में आरपीएन सिंह की पडरौना के साथ कुशीनगर में एक बेहद मजबूत पकड़ और उनके पडरौना से ही चुनाव लड़ने की संभावना को देखते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य अब सपा से किसी सेफ सीट पर चुनाव लड़ने की योजना बना रहे है।

मौर्य का बयान आया सामने

आरपीएन सिंह के बीजेपी में शामिल होने पर स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि उनका पडरौना के अलावा कहीं कोई जनाधार नहीं है। बीजेपी उनको पार्टी में शामिल कराकर किसी भी तरह के मुगालते में न रहे। आरपीएन सिंह चुनाव नहीं जितवा सकते। आरपीएन सिंह से उनको कोई खतरा नहीं है।

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