बड़ा आरोप : कोविड फर्जीवाड़े में शामिल लैब मालिक भाजपा का करीबी, इसलिए सरकार कर रही जांच में भेदभाव

164
खबर शेयर करें -

हल्द्वानी। हरिद्वार महाकुंभ के दौरान हुए कोरोना जांच में फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद से ही सरकार लगातार विरोधियों के निशाने पर है। अब मामले में कांग्रेस ने एक और बड़ा आरोप लगाते हुए सरकार को घेरने की कोशिश की है। चुनावी साल होने के नाते भी सरकार पर इस तरह से लगातार राजनीतिक हमले किए जा रहे हैं। मामले में अब उपनेता प्रतिपक्ष एवं रानीखेत से विधायक करन माहरा ने आरोप लगाया है कि कोरोना जांच में फर्जीवाड़े को लेकर जिन तीन निजी लैबों पर मुकदमा हुआ है, उनमें से एक लैब द्वाराहाट निवासी कारोबारी की है। इस कारोबारी के भाजपा के बड़े नेताओं से करीबी संबंध हैं। इसलिए सरकार ने आइसीएमआर के नियमों को ताक पर रखकर लैब को जांच का जिम्मा सौंपा गया।

यह भी पढ़ें : Haridwar kumbh : कोविड टेस्ट फर्जीवाड़े की आरोपित फर्म पर हुआ मुकदमा तो पहुंच गई हाई कोर्ट, पढ़िये दायर याचिका में क्या कहा

यह भी पढ़ें 👉  अनियंत्रित ट्रक खाई में समाया, एक की मौत, दूसरा घायल

यह भी पढ़ें : Haridwar Kumbh : कोरोना जांच के नाम पर बड़ा गोलमाल, एक ही घर से लिए गए थे 530 लोगों के सैंपल, अब होगी FIR

माहरा ने आरोप लगाया कि यह सिर्फ करोड़ों का घोटाला नहीं है, बल्कि फर्जीवाड़े के जरिये लोगों की जिदंगी को भी दांव पर लगाया गया है। क्योंकि कुंभ के बाद से प्रदेश में अचानक कोरोना का ग्राफ बढ़ता गया। पत्रकारों से वार्ता के दौरान माहरा ने कहा कि जो लोग कुंभ में कभी शामिल ही नहीं हुए, जांच में उनके नाम दर्ज होना चौंकाता है। जांच के लिए आधार कार्ड की जरूरत होती है। होटलों में जमा आइडी की फोटोकॉपी कराकर फर्जी तरीके से आधार कार्ड तैयार किए गए, ताकि जांच का बिल बढ़ाया जा सके। इसलिए पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कर लोगों की जिदंगी से खिलवाड़ करने वाले अधिकारियों और मंत्रियों पर भी कार्रवाई होनी चाहिए। उप नेता प्रतिपक्ष ने बताया कि 25 जून को प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में कांग्रेस हरिद्वार में सत्याग्रह कर फर्जीवाड़े की पोल खोलेगी।

यह भी पढ़ें 👉  अपहरण के बाद युवती से दुष्कर्म करने वाला आरोपी गिरफ्तार

यह भी पढ़ें : Corona in Kumbh : कुंभनगरी हरिद्वार में फटा कोरोना बम, महामंडलेश्वर की मौत। संतों में हड़कंप

जिम्मा मिले तो मैं तैयार हूं

डाॅ. इंदिरा हृदयेश के निधन के बाद नेता प्रतिपक्ष के लिए भी करन माहरा का नाम सुर्खियों में हैं। इस बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि अगर शीर्ष नेतृत्व मौका देता है तो पूरी ईमानदार से जिम्मेदारी निभाऊंगा। किसी अन्य साथी का नाम फाइनल होने पर उसके साथ भी कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा रहूंगा। हालांकि, माहरा ने कहा कि साढ़े चार साल में जिन सात बड़े मुद्दों पर कार्रवाई हुई, उनमें से छह उनके द्वारा सदन में उठाए गए थे।

यह भी पढ़ें 👉  ......तो नौकर ने इस बात से नाराज होकर रेता था मासूम का गला, पुलिस ने दबोचा