
न्यूज जंक्शन 24, बरेली।
एकतानगर के रहने वाले बड़े बालों वाले आईपीएल के सट्टेबाज ने स्कूली बच्चों को भी कर्जदार बना दिया है। इसमें कई व्यापारी और शहर के बड़े कारोबारियों के बच्चे भी शामिल हैं। स्कूली छात्र बुकी के जरिए सट्टा लगाते हैं। हारने पर मोटा ब्याज चुकाते हैं। इसकी वजह से वह लाखों रुपए के कर्जदार हो गए हैं। इसी तनाव में कई बच्चों का सट्टेबाजों ने कैरियर चौपट कर दिया है।
गुरुवार देर रात इंस्पेक्टर बारादरी ने प्रेमनगर इलाके के एक सट्टेबाज को उठाया था। उससे पूछताछ की गई। पिछले दिनों डेलापीर के रहने वाले सट्टेबाज आशीष खन्ना को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उसके मोबाइल फोन में ही प्रेमनगर के सट्टेबाज की डिटेल निकली थी। इसके बाद थाना बारादरी में सनातन धर्म मंदिर शाहदाना कॉलोनी मॉडल टाउन के रहने वाले नवनीत सिंह पाटा, रेजिडेंसी कॉलोनी के रहने वाले राहुल रस्तोगी, गौरव सिंह, बुध विहार डेलापीर चंद्रमा नगर के रहने वाले मयंक सिंह पुत्र सुभाष सिंह, सुभाष निवासी मॉडल टाउन, शमीम के खिलाफ आईपीएल की सट्टेबाजी के आरोप में मुकदमा दर्ज किया गया था। मामले की छानबीन में कई सट्टेबाजों के मोबाइल नंबर और व्हाट्सएप चैट बारादरी थाना पुलिस को मिली है। जिस पर बारादरी पुलिस ने प्रेमनगर के एक सट्टेबाज को उठाकर पूछताछ की। उसने बताया कि उसने एक सट्टेबाज को रुपए उधार दिए थे। इसके अलावा उसका उससे कोई लेना-देना नहीं है। थाना पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है।
आरोपी बोला- छह महीने पहले छोड़ दिया धंधा
बारादरी थाना पुलिस ने जब सट्टेबाजों को उठाया। उनसे पूछताछ की उनके मोबाइल नंबर की कॉल डिटेल निकाली। उनके सीडीआर के जरिए मिलान किया गया तो आरोपी थाने में ही चीखने लगे। बोले आईपीएल का सट्टा 6 महीने पहले करते थे। अब बंद कर दिया है। अब सट्टेबाजों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। जबकि पुलिस सूत्रों के मुताबिक सट्टेबाजों का धंधा सूदखोरी तक उतर आया है। कई स्कूली छात्र सट्टेबाजों के चंगुल में फंस गए हैं। जिसकी वजह से लाखों के कर्जदार हो गए हैं। पुलिस उनकी छानबीन कर रही है। हालांकि घरवालों के डर से छात्र अपना मुंह खोलने के लिए तैयार नहीं है।
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