प्रेमी के साथ मिलकर उतारा था शिक्षक पति को मौत के घाट, अब जेल गई तो किये कई चौंकाने वाले खुलासे

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न्यूज जंक्शन 24, बरेली।

इंटर कॉलेज के प्रवक्ता रहे अवधेश सिंह की पत्नी विनीता सिंह ने उनकी प्रेमी व सुपारी किलर के साथ मिलकर हत्या कर दी थी। पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि पति से आगे बढ़कर प्रोफेसर बनना चाहती थी। वह बायोलॉजी में कानपुर से पीएचडी करने की तैयारी में थी। इसके अलावा चेन मार्केटिंग के बिजनेस से जुड़कर जल्द अमीर बनना चाहती थी। उसके माडर्न ख्यालात और प्रोफेसर बनने की चाहत में पति से इतनी नफरत हो गई कि उसे मरवा दिया। पुलिस ने उसे शनिवार को जेल भेज दिया।
फिरोजाबाद के रहने वाले अवधेश सिंह पत्नी विनीता से उम्र में करीब 12 साल बड़े थे। अवधेश की सरकारी नौकरी और पिता अनिल फौजी के दबाव डालने की वजह से मजबूरन विनीता सिंह ने अवधेश से शादी की थी। वह पीएचडी कर प्रोफेसर बनने के ख्वाब देख रही थी। अवधेश ने उसे शादी कर उसे घरेलू महिला बनाना चाहा। उसके अरमानों के आगे सबसे बड़ी रुकावट अवधेश सिंह ही थे। यही वजह रही कि घर की दहलीज से निकलकर उसने मार्केटिँग का बिजनेस शुरू किया। इसके जरिये वह लोगों के संपर्क में आई। इसके साथ ही उसके फैशन और अंदाज बदलने लगे। बाहर के दोस्तों से मिलना जुलना शुरू हो गया। उसके अरमानों को पंख लग गये। विनीता की बहन ज्योति की शादी मैनपुरी में हुई थी। विनीता मैनपुरी गई हुई थी। उस वक्त बिजनौर के रहने वाले सिपाही अंकित यादव की पहली पोस्टिंग मैनपुरी में ही थी। वहीं सिपाही से विनीता सिंह की मुलाकात हुई। इसके बाद दोनों का प्यार परवान चढ़ा। उनकी मोबाइल पर बातचीत होने लगी। 31 अगस्त को सिपाही अंकित यादव संभल के हयातनगर थाने में तैनात था। वहां से बरेली आया। बरेली में कोतवाली इलाके के एक होटल में दोनों चार घंटे तक रुके थे। इसके बाद ही उन्होंने पति की हत्या की साजिश तैयार की थी।

खाकी के माथे लगा सिपाही के खून का दाग हटेगा

सिपाही अंकित के परिवार वाले हयातनगर थाना पुलिस पर बेटे की हत्या का आरोप लगा रहे थे। इसको लेकर उन्होंने काफी हंगामा किया था। बाद में एसपी संभल के समझाने के बाद वह लोग माने थे। इस मामले में हयातनगर थाने के एक पुलिस वाले को सस्पेंड भी किया गया था। अंकित और विनीता सिंह की काल डिटेल और फोटोग्राफ सामने आने के बाद साफ हो गया है कि दोनों मे मोहब्बत थी। अवधेश हत्याकांड में फंसने के डर से सिपाही अंकित ने आत्महत्या की थी। संभल पुलिस की मामले में कोई लापरवाही या उत्पीड़न नहीं रहा। जिसकी वजह से सिपाही को गोली मारकर आत्महत्या करनी पड़े।

जूम मीटिंग के जरिए हुई थी आगरा के प्रेमी से मुलाकात

पुलिस पूछताछ में विनीता सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान जूम मीटिंग के जरिए बिजनेस शुरू किया गया। आगरा के रहने वाले अमित सिंह से यहीं उसकी मुलाकात हुई थी। वह उसके भाई प्रदीप जादौन का दोस्त है। मीटिंग की सारी व्यवस्था अमित करवाता था। यहीं से अमित से उसकी दोस्ती शुरू हुई। पुलिस का कहना है कि दोनों में अफेयर था। हालांकि विनीता सिंह ने अमित से अफेयर और करीबी होने की बात स्वीकार नहीं की। उसने कहा कि वह अंकित से ही प्यार करती थी।

पापा ने मना किया था घर मत बर्बाद करो

विनीता सिंह ने बताया कि 12 अक्टूबर की रात को पति अवधेश सिंह की गला घोटकर हत्या की गई। इसके बाद वह सब लोग अलग-अलग हो गए। 16 अक्टूबर के बाद से किसी के बारे में किसी को कुछ पता नहीं है। इससे पहले पापा अनिल फौजी ने मना किया था कि घर बर्बाद मत करो। कुछ गलत मत करो। विनीता ने आरोप लगाया कि उसके पति अवधेश सिंह के इतने महिलाओं से संबंध थे। जिसकी वजह से मजबूरी में उसे एक कदम उठाने पड़े।

लगाया आरोप, महिला को बिस्तर में रंगे हाथ पकड़ा तभी से खराब था दिमाग

विनीता सिंह ने बताया कि उसके पति के मीरगंज इलाके की एक मुस्लिम महिला के साथ प्रेम संबंध थे। एक दिन उन्होंने पति को महिला के साथ विनीता ने अपने ही घर में बिस्तर में पकड़ लिया। इसके बाद से उसका दिमाग खराब था। बाद में महिला की शादी तय हो गई। अवधेश सिंह ने उसकी शादी तुड़वाने के लिए ससुराल वालों को उसके बारे में बताया। कहा कि महिला चरित्रहीन है। जिस पर महिला के भाई और परिवार वाले अवधेश को मारने के लिए कॉलेज तक पहुंचे थे। इसके अलावा भी अवधेश सिंह के कई अफेयर थे। जिसकी वजह से अवधेश के साथ विनीता घुटन महसूस कर रही थी।

रोती हुई कोर्ट से जेल गई विनीता, बोली नानी के पास रहेगा बेटा

शनिवार को इज्जतनगर इंस्पेक्टर केके वर्मा के साथ महिला पुलिस टीम ने विनीता सिंह का मेडिकल परीक्षण कराया। मेडिकल परीक्षण के बाद विनीता को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से वह जेल चली गई। पुलिस सुरक्षा में जेल जाते वक्त विनीता सिंह रो पड़ी। पूछताछ में उसने बताया कि उसका सात साल का बेटा शौर्य नानी प्रकाश वती के साथ हाथरस में रहेगा। जेल से छूटने के बाद वह अपने बेटे के साथ ही रहना चाहती है। किसी के साथ भी रिश्ता नहीं जोड़ना चाहती है।

कोर्ट से मिला रिमाइंडर, दीपावली बाद होगी सुनवाई

अवधेश हत्याकांड में बंद शेर सिंह उर्फ चीकू को फिरोजाबाद जेल से लाना पुलिस के टेढ़ी खीर हो गई है। इज्जतनगर पुलिस ने बी वारंट का रिमाइंडर हासिल कर लिया है। लेकिन फिरोजाबाद में सुनवाई के लिये दीपावली के बाद की तारीख लगी है। इसके अलावा हत्या के मामले में फरार चल रही ज्योति सिंह, उसका भाई प्रदीप सिंह, पिता अनिल फौजी और भोला सिंह की तलाश में पुलिस टीमें लगी हुई हैं।