दुर्गा पूजा, चेहल्लुम को लेकर यूपी सरकार ने जारी किए दिशानिर्देश, इसी के तहत होंगे आयोजन, जानें क्या है दिशानिर्देश में

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लखनऊ। यूपी सरकार ने आने वाले त्योहारों शारदीय नवरात्रि, विजयादशमी, दशहरा तथा चेहल्लुम के आयोजन को लेकर दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। इसे लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को कोविड-19 की समीक्षा बैठक की ली थी, जिसमें उन्होंने कई निर्देश दिए हैं। उसी के आधार पर ये दिशानिर्देश जारी किए गए हैं। इसमें कहा गया है कि नवरात्रि दुर्गा पूजा, रामलीला, दशहरा पर्व व चेहल्लुम के अवसर पर कोविड-19 महामारी की रोकथाम को दिए गए निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए।

अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से जारी निर्देशों में कहा गया है कि दुर्गा पूजा पंडाल व रामलीला मंच के स्थापना की अनुमति देते समय इस बात का ध्यान रखा जाए कि सार्वजनिक आवागमन प्रभावित न हो। मूर्तियों की स्थापना पारंपरिक, परंतु खाली स्थान पर ही की जाए। उनका आकार यथासंभव छोटा रखा जाए। मैदान की क्षमता से अधिक लोग न रहे। मूर्तियों के विसर्जन मेंं यथासंभव छोटे वाहनों का प्रयोग किया जाए और इसमें कम से कम लोग ही शामिल हों। विसर्जन आदि के समय निर्धारित सीमा से अधिक लोग न हो और शारीरिक दूरी व मास्क पहनने के नियमों का पालन अवश्य किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी धाॢमक स्थल पर क्षमता से अधिक लोगों की भीड़ एकत्र न होने पाए।

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अपर मुख्य सचिव गृह ने यह भी कहा है कि त्योहार के दौरान यातायात कबाधित न हो और बैरियर व पुलिस चेक पोस्ट लगाकर संदिग्ध वाहनों की चेकिंग भी कराई जाए। जन सुविधाएं यथा बिजली पेयजल एवं साफ सफाई पर भी विशेष ध्यान देने के लिए कहा गया। जिला व पुलिस प्रशासन के अधिकारियों को उन्होंने निर्देश दिए है कि वे सुनिश्चित करें कि इस दौरान सामाजिक एवं सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे औरसुरक्षा व्यवस्था इस प्रकार सुनिश्चित की जाए कि किसी भी तरह की कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न न होने पाए। संवेदनशील क्षेत्रों व अन्य स्थानों पर भी मोबाइल पेट्रोलिंग कराई जाए।

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शासन द्वारा चेहल्लुम के अवसर पर भी कानून व्यवस्था एवं सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने हेतु तथा कोविड-19 महामारी के प्रभाव को कम करने के लिए भी आवश्यक निर्देश जारी किए गए हैं। जिला प्रशासन से यह भी अपेक्षा की गई है कि अनुमति इस शर्त के साथ दी जाए कि कोविड-19 प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन किया जाए।