कोरोना की तीसरी लहर के लिए कितना तैयार है उत्तराखंड, मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का आया बयान

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देहरादून: मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर के लिए अभी से तैयार रहना होगा। इसके लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत करना होगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में टेस्टिंग को और बढ़ाया जाए। अस्पतालों की संख्या तेजी से बढ़ाई जा रही है, सेना का जिसमें अभूतपूर्व सहयोग मिल रहा है। उन्होंने बच्चों को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि सरकार ने बच्चों की हिफाजत के लिए वार्ड आदि की व्यवस्था अभी से शुरू कर दी है।
सोमवार को मुख्यमंत्री ने देहरादून कैंप कार्यालय से अल्मोड़ा जिले के रानीखेत स्थित संयुक्त सिविल मिलिट्री कोविड केयर अस्पताल का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह अस्पताल कुमाऊं रेजीमेंट सेंटर एवं जिला प्रशासन अल्मोड़ा के संयुक्त प्रयास से शुरू किया गया है। 50 बेड क्षमता वाले इस संयुक्त अस्पताल में 10 बेड आक्सीजन युक्त बनाए गए हैं। मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा कि इस अस्पताल का लाभ रानीखेत व आसपास के इलाकों के व्यक्तियों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना के इस समय में जनता को जागरूक करना बेहद जरूरी है। दवाई के साथ-साथ कड़ाई भी करनी होगी। ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनबाड़ी और ग्राम समिति के माध्यम से आइसोलेशन में उपचार करा रहे संक्रमितों तक दवाई घर-घर समय से पहुंचाई जाए। उन्होंने कहा कि डीआरडीओ के सहयोग से अगले कुछ दिन में हल्द्वानी और ऋषिकेश में बनाए जा रहे कोविड अस्पताल तैयार हो जाएंगे, जिससे प्रदेशवासियों को उपचार का लाभ मिलेगा।
महिला बाल विकास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रेखा आर्य ने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशों पर विधायक निधि का इस्तेमाल जनप्रतिनिधि अपने विवेक के अनुसार कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कर रहे हैं।
सांसद अल्मोड़ा अजय टम्टा ने कहा कि मुख्यमंत्री का प्रयास सराहनीय है। इसका लाभ जनता को मिल रहा है। विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ चौहान ने कहा कि सरकार का सार्थक प्रयास धरातल पर नजर आ रहा है। रानीखेत विधायक करण माहरा ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उनके सहयोग के बिना यह अस्पताल संभव नहीं था।

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