Uttrakhand big news : उत्तराखंड सरकार के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके विधायक बेटे संजीव कांग्रेस में शामिल, भाजपा को इसलिए लगा बड़ा झटका…

569
खबर शेयर करें -

नई दिल्ली : उत्तराखंड में सत्तारूढ़ दल भाजपा को कांग्रेस ने बड़ा झटका दिया है। उत्तराखंड में बड़ा दलित चेहरा और प्रदेश के कद्दावर कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य अपने नैनीताल के विधायक बेटे संजीव आर्या के साथ कांग्रेस में लौट गए हैं। विधानसभा चुनाव की दहलीज पर खड़े उत्तराखंड में कांग्रेस के लिए यह बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।

उत्तराखंड के कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और उनके नैनीताल से विधायक बेटे sanjeev Arya पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव के साथ दिल्ली में मौजूद हैं। उन्होंने कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला और अन्य दिग्गजों के साथ मीटिंग कर कांग्रेस की सदस्यता ग्रहण कर ली है। बताया जा रहा था कि yashpal Arya और उनके विधायक बेटे संजीव आर्य दोनों ही भाजपा में लंबे समय से असहज महसूस कर रहे थे। काफी समय से उनकी नाराजगी की चर्चा भी थी। जिसको लेकर पिछले दिनों मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अचानक yashpal Arya Ji घर भी पहुंचे और करीब आधा घंटा बंद कमरे में गुफ़्तगू हुई थी। हालांकि बाहर आने पर जब मीडिया ने उनसे कांग्रेस छोड़ने की बात की दोनों ने इसको बिल्कुल नकारते हुए मुख्यमंत्री के साथ एक शिष्टाचार मुलाकात बताया था।

यशपाल आर्य ने 2017 के विधानसभा चुनाव से पहले अपने बेटे नैनीताल विधायक संजीव आर्या के साथ भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। यशपाल आर्य उत्तराखंड में बड़ा दलित चेहरा हैं।
राजनीतिक सूत्रों का कहना है यशपाल आर्य बाजपुर विधानसभा सीट से विधायक हैं। इस सीट पर मतदाता सिखों की बहुतायत है और किसान बिलों को लेकर सिख समाज जबरदस्त नाराज है। ऐसे में आने वाले चुनाव में उनको वोट बैंक की नाराजगी की चर्चा थी।
हालांकि चर्चा यह है यशपाल आर्य नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदेश की परंपरागत सीट रही हल्द्वानी से कांग्रेस का चेहरा होंगे। इसको लेकर अब काफी राजनीतिक समीकरण बदलने जा रहे हैं। yashpal Arya और sanjeev Arya भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने को लेकर भाजपा को उत्रखंड में बड़ा झटका माना जा रहा है।

विधानसभा अध्यक्ष को भेजा इस्तीफा

यह भी पढ़ें 👉  लोकतंत्र का महापर्व- हल्द्वानी में दूल्हे के साथ पहुंची दुल्हन ने डाला वोट

यशपाल आर्य ने कांग्रेस की सदस्यता लेते ही कैबिनेट मंत्री और विधायक पद से इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया।  उनके साथ उनके बेटे संजीव आर्य ने भी इस्तीफा भेज दिया है।