Uttrakhand corona news : कुम्भ में फर्जी कोरोना जांच रिपोर्ट का खुलासा, यह दो बड़े अधिकारी निकले दोषी। शासन ने की यह कार्रवाई

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देहरादून : कुंभ में की गई बड़े पैमाने पर कोरोना की फर्जी जांचों का मामला गुरुवार को खुल गया। जांच अधिकारी द्वारा जिलाधिकारी को सौंपी गई रिपोर्ट का शासन ने अध्ययन कर लिया है। जांच रिपोर्ट देखने के बाद शासन ने दो अधिकारियों को पूरी तरह से जिम्मेदार मानते हुए उन को निलंबित कर दिया है।
ध्यान रहे कि हरिद्वार में कुंभ मेले में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए कोरोना की जांच रिपोर्ट अनिवार्य थी। ऐसे में तीन जांच संस्थाओं को इसका जिम्मा दिया गया था। लेकिन अधिकारी और जांच कंपनियों ने मिलीभगत कर सरकारी बजट को ठिकाने लगाने के लिए करीब ढाई लाख से अधिक फर्जी जांचे कर डालीं। जिन लोगों के मोबाइल पर बिना जांच के जब रिपोर्ट पहुंची तो लोग हक्के बक्के रह गए। मामले की शिकायत हुई तब धीरे-धीरे परतें खुलने शुरू हो गई। इस पर विपक्ष ने सरकार के खिलाफ मुद्दा बना लिया। मामला गर्म होते देख सरकार ने हरिद्वार के मुख्य विकास अधिकारी को जांच अधिकारी बना कर रिपोर्ट देने के लिए कहा। 15 अगस्त से पहले इसकी जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दी। उसके बाद डीएम और शासन ने इसका अध्ययन भी कर लिया। पूरी तरह अध्ययन करने के बाद विधिक राय लेने के पश्चात शासन ने जांच में हुए फर्जीवाड़े मामले में कुंभ मेला स्वास्थ्य अधिकारी अर्जुन सिंगर और नोडल अधिकारी डॉ एनके त्यागी को निलंबित कर दिया है। आरोप है कि दोनों ने कोरोना जांच में सही तरीके से निगरानी नहीं की और बिना जांच के ही ₹300000 के बिल जारी भी कर दिए। इससे बड़े भ्रष्टाचार की बू आ रही है।

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