किसान आंदोलन के नाम पर बर्बरता, ग्रामीण को पहले शराब पिलाई फिर शहीद का नाम देकर जिंदा जला दिया

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नई दिल्ली। किसाना आंदोलन के नाम पर दिल दहला देने वाली खबर है। हरियाणा के बहादुरगढ़ के बाईपास पर गांव कसार के निकट किसान आंदोलन में गए गांव के ही एक व्यक्ति को तेल छिड़ककर आग लगा दी गई। गंभीर रूप से झुलसे व्यक्ति की कुछ घंटों बाद मौत हो गई। जींद के एक आंदोलनकारी पर तेल छिड़ककर आग लगाने का आरोप है। घटनास्थल पर आरोपी का एक वीडियो भी सामने आया है।

बताया जा रहा है कि आंदोलन में शहीद होने का नाम देकर कसार निवासी मुकेश पर तेल छिड़का गया और फिर आग लगाई गई। इससे पहले उसे शराब भी पिलाई गई। मृतक के भाई के बयान पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। हत्यारोपी अभी फरार है।

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पुलिस को दी शिकायत में गांव कसार निवासी मदन लाल पुत्र जगदीश ने बताया कि उसका भाई मुकेश बुधवार शाम घर से घूमने के लिए निकला था और गांव के पास ही बैठे किसान आंदोलनकारियों के पास पहुंच गया। इसके थोड़ी देर बाद उन्हें फोन से पता चला कि मुकेश पर आंदोलनकारियों ने जान से मारने की नीयत से तेल छिड़ककर आग लगा दी है। वह तुरंत अपने गांव के पूर्व सरपंच टोनी को लेकर मौके पर पहुंचा तो देखा मुकेश गंभीर रूप से झुलसा हुआ था। उसे तुरंत सिविल अस्पताल लेकर आए। वहां उपचार के दौरान मुकेश ने बताया कि आंदोलन में शामिल दो व्यक्तियों ने जिसका नाम संदीप कृष्ण है और सफेद कपड़े पहने हुए था, पहले उसने शराब पिलाई और फिर उसे आग लगा दी। इससे वह बुरी तरह झुलस गया। सिविल अस्पताल में गंभीर रूप से झुलसे मुकेश को चिकित्सकों ने रेफर कर दिया, मगर परिजन उसे ब्रह्मशक्ति संजीवनी अस्पताल लेकर गए जहां रात को ही उसकी मौत हो गई।

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वहीं, डीएसपी पवन कुमार ने बताया कि इस संबंध में पहले संदीप और कृष्ण के खिलाफ जान से मारने के प्रयास का मामला दर्ज किया गया था। मगर मौत होने के बाद हत्या की धारा भी जोड़ दी गई है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मुकेश की उम्र 42 साल थी और दस साल की एक बेटी का पिता था।

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