ड्यूटी का दवाब पूरा, वेतन मांगा तो चुप हो गए अधिकारी। चिकित्सक बोले-नहीं करेंगे काम, इस्तीफा ले लो

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न्यूज जंक्शन 24, चम्पावत

एक तरफ चिकित्सको पर कोरोना ड्यूटी का जबरदस्त दवाब डाला जा रहा है तो दूसरी ओर सरकार उनका वेतन तक नहीं निकाल पा रही है। चम्पावत के चिकित्सक इसका बड़ा उदाहरण हैं। यहां जिला अस्पताल में तैनात नवनियुक्त गायनी व सर्जन ने तीन माह से वेतन न मिलने पर इस्तीफा देने की चेतावनी दे डाली है। यहां किसी चिकित्सक और स्टाफ को वेतन नहीं मिला है।
जिला अस्पताल में जून में सर्जन डॉ. राहुल चौहान व गायनी डॉ. मोनिका चौहान की तैनाती हुई। दोनों चिकित्सकों की तैनाती से गर्भवती महिलाओं व अन्य मरीजों को काफी सुविधा हो गई। दोनों चिकित्सक जनता की सेवा भी लगातार कर रहे हैं। लेकिन विभाग वेतन नहीं दे पा रहा है। इन दोनों ही चिकित्सकों को तीन माह से वेतन नहीं मिला। इस बाबत विधायक गहतोड़ी को भी अवगत कराया जा चुका है। लेकिन समस्या ज्यों की त्यों बनी हुई है। गायनी डॉ. चौहान छह माह के मातृत्व अवकाश पर हैं। इधर, वेतन न मिलने से आहत डॉ. चौहान ने मंगलवार को अधिकारियों को चेतावनी दे दी कि वह पत्नी समेत इस्तीफा देेने जा रहे हैं।
पीएमएस डॉ. आरके जोशी ने माना है कि सात डॉक्टरों व 13 उपनल कर्मचारियों को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। हालांकि वेतन नहीं देंपाने के बाबत स्वास्थ्य महानिदेशक को बता दिया गया है, लेकिन बजट नहीं मिला है। स्वास्थ्य महानिदेशक क्वारंटाइन हैं। चिकित्सकों व स्टाफ की वेतन समस्या को उन्होंने फिर अवगत करा दिया है।
इधर, विधायक कैलाश गहतोड़ी ने बताया कि वह अब इस समस्या पर मुख्यमंत्री से बात करेंगे। उनके क्षेत्र में किसी को परेशान नहीं होने दिया जाएगा।

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