प्रतिद्वंद्वियों का भितरघात विनय को एमएलसी चुनाव में दिलाएगा लाभ

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बरेली। बरेली मुरादाबाद शिक्षक खंड निर्वाचन 2020 चुनाव में अन्य प्रत्याशी जहां भितरघात में उलझे हुए हैं वहीं निर्दलीय प्रत्याशी डॉ विनय खंडेलवाल का रास्ता साफ नजर आ रहा है। इस चुनाव की बात की जाए तो भाजपा ने डॉ हरी सिंह ढिल्लो को टिकट दिया है। भाजपा से टिकट की आस में जीआईसी के शिक्षक आशुतोष शर्मा ने 10 वर्ष पूर्व ही वीआरएस ले लिया। आशुतोष भाजपा से टिकट ना मिलने के बाद निर्दलीय ही मैदान में उतर चुके हैं। इस तरह से वे भाजपा के परंपरागत वोट बैंक में सेंध लगाकर डॉ हरी सिंह ढिल्लों को सीधा नुकसान पहुंचाएंगे।

माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट ने पूर्व एमएलसी सुभाष चंद्र शर्मा को मैदान में उतारा है। बरेली के जिला मंत्री डॉ राजेंद्र गंगवार भी टिकट मांग रहे थे। शर्मा गुट से टिकट ना मिलने पर उन्होंने एससी एसटी शिक्षक महासभा का दामन थाम लिया। अब वो शिक्षक महासभा के बैनर तले मैदान में उतरे हैं। सपा से वर्तमान एमएनसी संजय मिश्रा का मैदान में उतरना ही है।

इस लिहाज से माध्यमिक शिक्षकों का वोट संजय मिश्रा, आशुतोष शर्मा, सुभाष चंद्र शर्मा और डॉ राजेंद्र गंगवार के बीच में बंटता हुआ नजर आ रहा है। इस सब के बीच डॉ विनय खंडेलवाल निर्विवाद रूप से बैटिंग कर रहे हैं। पिछले 20 वर्षों से शिक्षा के क्षेत्र में किए गए अपने कार्यों के दम पर वह मैदान में उतरे हुए हैं। बरेली और मुरादाबाद मंडल के हर जिले में उनको खुला समर्थन देने वाले शिक्षकों की संख्या बहुत ज्यादा है।

विनय की सबसे बड़ी ताकत सीबीएसई और आईसीएसई के स्कूलों के साथ-साथ निजी तकनीकी और प्रबंधन संस्थान हैं। विनय ने इस बार इन सभी संस्थानों में जमकर वोट बनवाए हैं। इस कारण उन्हें वहां से खुला समर्थन भी मिल रहा है।