बेटे-बेटी आलीशान भवनों में और पोती एसडीएम, इनकी मां ने सड़क पर गुजारी जिंदगी और तोड़ दिया दम

172
खबर शेयर करें -

न्यूज जंक्शन 24, चंडीगढ़ : आधनिकता की चकाचौंध में संवेदनाएं इतनी मर जाएंगी, शहर की एक घटना ने अब विश्वास दिला दिया है। जिसकेबेटे-बेटी, नाती-पोते सब आलीशान भवनों में रह रहे हों, उस परिवार की 82 वर्षीय वृद्धा ने पूरा जीवन सड़क पर रहकर गुजार दिया। मरते वक्त उसके सिर में कीड़े पड़ गए थे। मामला जब वायरल हुआ तो प्रशासन और पुलिस में हड़कंप मच गया। अब माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिक भरण-पोषण एवं कल्याण अधिनियम के तहत इन सभी परिजनों के खिलाफ कार्रवाई होगी। राज्य महिला आयोग ने बुजुर्ग मां के दो बेटों और बेटियों को दोषी माना है। आयोग की अध्यक्ष मनीषा गुलाटी ने दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए श्री मुक्तसर साहिब के डिप्टी कमिश्नर को सिफारिश की है।
मालूम हो कि सड़क के किनारे लावारिसों की तरह रह रही 82 वर्षीय महिंदर कौर की 19 अगस्त को मौत हो गई। अंतिम समय में वह बहुत बुरे हाल में थीं। उनके सिर में कीड़े पड़ गए थे। समाजसेवी संस्था ने उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया था। महिंदर कौर का बड़ा बेटा राजिंदर राजा पावरकॉम में कनिष्ठ अभियंता पद से सेवानिवृत्त हुआ था और हाल ही में उसने एक राजनीतिक पार्टी भी ज्वाइन की थी। छोटा बेटा एक्साइज एंड टेक्सेशन विभाग में क्लर्क है।
सोमवार को महिंदर कौर के दोनों पुत्र और बेटियां राजवंश कौर व बलवीर कौर महिला आयोग के समक्ष पेश हुए। आयोग की अध्यक्ष ने एक-एक कर सभी के बयान दर्ज किए।
आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि पोते-पोतियों के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि आगे से कोई भी अपनी मां या दादी को सड़क पर मरने के लिए न छोड़ दे। बुजुर्ग महिला की पोती पूनम सिंह पीसीएस अधिकारी हैं और फरीदकोट की एसडीएम भी हैं। आयोग उनके खिलाफ भी कार्रवाई पर विचार कर रहा है।

यह भी पढ़ें 👉  बेहतर कल के लिए हमें आज सशक्त इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना होगा : पीएम