एनजेआर, बरेली। झुमका, बांस, बेंत और सुरमा के लिए प्रसिद्ध बरेली से अब आईटी विशेषज्ञ भी तैयार होंगे। सोलह साल से बंद सीबीगंज की इंडियन टर्पेनटाइन रेजिन (आईटीआर) की जमीन पर प्रदेश का सबसे बड़ा आईटी हब विकसित किया जाएगा। शासन और प्रशासन ने आईटी हब की जमीन फाइनल कर दी। कमिश्नर रणवीर प्रसाद ने आईटी पार्क की जमीन का प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया है। आईटीआर की तीन एकड़ जमीन पर यूपी इलेक्ट्रॉनिक्स कॉरपोरेशन लिमिटेड (यूपीएलसी) आईटी हब विकसित करेगा। देश और विदेश की कई आईटी कंपनियां यहां आएंगी। आईटी हब में सेटेलाइट सेटअप से लेकर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क तक की सुविधा होगी।
आईटी सेक्टर की अहमियत काफी बढ़ गई है। पीएम मोदी के मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया और स्किल इंडिया प्रोग्राम को नई ऊंचाई तक ले जाने की जिम्मेदारी बरेली निभाने जा रहा है। आईटी हब के लिए बंद आईटीआर की जमीन सबसे उपयुक्त माना है। आईटीआर की जमीन हाईवे से सटी हुई है। आईटीआर की जमीन को जल्द ही आईटी हब के लिए ट्रांसफर करने की प्रक्रिया प्रशासन पूरी करेगा। कमिश्नर ने औद्योगिक विकास आयुक्त को जमीन का प्रपोजल भेज दिया है। शासन की टीम ने आकर जमीन का जायजा भी ले लिया है। युवाओं को रोजगार के बेहतरीन अवसर मुहैया होंगे।
सूचना प्रौद्योगिकी का सेटअप विकसित होगा
आईटी पार्क उच्च तकनीकी औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां सूचना प्रौद्योगिकी का सेटअप विकसित होगा। आईटी पार्क में विश्व स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया जाएगा। सेटेलाइट सेटअप से लेकर ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क और दूसरी सुविधाएं आई पार्क में मौजूद रहेंगी।
रुहेलखंड का पूरे देश में बढ़ेगा दबदबा
बरेली में बीसीए, एमसीए, बीटेक, एमबीए और मैनेजमेंट के कोर्स कराने वाले कई कॉलिज हैं। आईटी हब बनने से बनने से रुहेलखंड का देश और दुनिया में दबदबा बढ़ जाएगा। रुहेलखंड के उद्यमियों को आईटी एक्सपर्ट के लिए मेट्रो सिटी और विदेशों की ओर नहीं देखना पड़ेगा।
युवाओं को मिलेगा रोजगार का अच्छा मौका
बरेली में आईटी पार्क बनने से युवाओं को रोजगार के अधिक मौके मिलेंगे। यहां आईटी एक्सपर्ट तैयार होंगे। जिसका सीधा फायदा इंड्रस्ट्रियल, इंजीनियरिंग, मैन्युफैक्चरिंग, बैकिंग और कॉल सेंटर्स समेत तमाम क्षेत्रों को मिलेगा। आईटी पार्क में युवाओं को हाईस्पीड डाटा कम्युनिकेशन, वैल्यु एडेड सर्विसेज और कंसल्टेंसी सर्विसेज की सुविधाएं भी मिलेंगी।
आईटीआर फैक्ट्री पर है 103 एकड़ जमीन
बंद आईटीआर फैक्ट्री के पास 103 एकड़ जमीन है। जमीन प्रशासन के अधिकार क्षेत्र में है। जमीन के कस्टोडियन की भूमिका कमिश्नर निभा रहे हैं।
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