लक्ष्मी-गणेश के सहारे दिवाली बाजार में उतरा चीन

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बरेली। चाइनीज उत्पादों के खिलाफ देश में माहौल बना तो चीनी कंपनियों ने अपनी व्यापारिक रणनीति में बड़ा बदलाव कर डाला। इस बार दीपावली पर बाजार में आई 75 चाइनीज झालरों पर मेड इन चाइना लिखा हुआ नहीं है। तमाम कंपनियों ने अपना नाम भी हिंदू देवी देवताओं के नाम पर कर लिया है।
पिछले 2-3 वर्षों से दीपावली के मौके पर चाइनीज झालरों के खिलाफ जबरदस्त जन आंदोलन होने लगे हैं । डोकलाम विवाद के बाद तो इन आंदोलनों ने काफी तेजी पकड़ ली थी। अंतर्राष्ट्रीय व्यापारिक समझौते के कारण सरकार चीन के साथ अपने व्यापार को खत्म नहीं कर सकती है। वही चीन भी भारत जैसे बड़े बाजार को खोना नहीं चाहता है। इसके लिए चाइनीज कंपनियों ने नया तरीका निकाला। इस बार बाजार में आई 75 प्रतिशत चाइनीज झालरों पर मेड इन चाइना लिखा हुआ नहीं है। इसके अलावा चाइनीज कंपनियों ने महालक्ष्मी, जय गणेश, महालक्ष्मी इंडिया कॉपर, इंडियन डेकोरेशन लाइट जैसे नाम लिखकर माल को भारत में भेजा है

बाजार में नहीं है इंडियन माल
उपभोक्ता इन लाइट को भारत में बनी हुई समझकर खरीद रहा है। जबकि हकीकत यह है कि बाजार में 20 फीसदी भी भारतीय आइटम नहीं हैं। ऐसे में व्यापारियों की मजबूरी भी इन चाइनीज आइटम को बेचना है। भारत मे इस बार सिर्फ रोटेटिंग लैम्प बना है। पिछली बार इस लैंप की काफी मांग थी। यह 200 रुपये तक भी बिका था। मगर इस वर्ष इसकी कीमत 70 से 100 रुपये  के बीच में है।