36 घंटे से लापता, तालाब में मिला बीए की छात्रा का शव , पुलिस को परिवार पर शक

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मोहल्ला परा के पास ही तालाब में दिन सोमवार की शाम को पास के लोगो ने देख कर पुलिस को बुला लिया, पुलिस द्वारा सब निकालने के बावजूद काफी देर बाद तक उसकी पहचान नहीं हो पाई परंतु तालाब के पास भीड़ जमा होने के कारण मोहल्ला परा की एक शख्स ने युवती की अपने बेटी के रूप में पहचान की,
पिता ने बताया कि रविवार सुबह साढे़ चार बजे बेटी घर में झाड़ू लगाने के बाद टहलने निकली थी। इसके बाद घर नहीं लौटी। काफी तलाश किया, लेकिन पता नहीं चला। पुलिस ने थाने में सूचना न देने की वजह पूछी तो वह टाल गए। कहा, उनका किसी पर आरोप नहीं है, संभव है पैर फिसलने से बेटी तालाब में गिर गई हो। आत्महत्या की भी कोई वजह नहीं है। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। युवती बीए सेकंड ईयर की छात्रा थी। उसकी आंखें और जुबान बाहर निकली थी। इससे पुलिस को गला दबाकर हत्या करने का संदेह है। शव चार से पांच दिन पुराना लग रहा है।
युवती के गायब होने की नहीं दी तहरीर
करीब 36 घंटे से लापता जवान बेटी के परिवार ने इस दौरान पुलिस को कोई सूचना नहीं दी और न ही उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई पहुंचे। सवाल यह भी है कि वह किसके साथ टहलने गई थी। परिवार के पास इसका भी कोई जवाब नहीं है। जहां शव मिला वहां से उसके घर की दूरी मात्र आधा किलोमीटर है, फिर परिवार के लोग इधर बेटी को तलाश करने क्यों नहीं आए।
कॉलडिटेल ने खोला राज, मौसेरे भाई से थी दोस्ती
छात्रा की मौसी सुभाषनगर क्षेत्र के एक गांव में रहती हैं। उनके बेटे से उसकी दोस्ती थी। पुलिस को छात्रा का मोबाइल तो नहीं मिला पर जब नंबर सर्विलांस पर लगाया गया तो कड़ियां जुड़ती चली गईं। इलाके में चर्चा है कि मौसेरे भाई से दोस्ती परिवार को पसंद नहीं थी। इसे लेकर कई बार नोकझोंक भी हुई। शायद इसी वजह से लड़की की जान गई है। शव तालाब में न उतराता तो कोई बहाना बनाकर किस्सा खत्म कर दिया जाता।

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