पुरानी पेंशन बहाली की लड़ाई लड़ेंगे विधायक संजीव, सीएम से करेंगे बात। शिक्षकों व कर्मियों की पीड़ा सुन बोल दिया यह दो-टूक…

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न्यूज जंक्शन 24, हलद्वानी।
पुरानी पेंशन देने की मांग तेज हो गई है। 15 साल से इसके लिए संघर्ष कर रहे करीब 80 हजार कर्मचारी/अधिकारियों की लड़ाई अब युवा विधायक संजीव आर्या लड़ेंगे। श्री आर्या ने कहा कि कर्मचारी और शिक्षक व्यवस्था संचालन की रीढ़ हैं, उनकी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। नई पेंशन बहाली कर्मचारियों के मनोबल तो तोड़ने वाली है, साथ ही महंगाई के इस दौर में एक प्रकार का आर्थिक उत्पीड़न भी है। इस बारे में वह जल्द मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात करेंगे। जरूरत पड़ी तो सदन में भी मामला उठाया जाएगा। इसका समाधान उनकी प्राथमिकता होगी। यह बात श्री आर्या ने बुधवार को ज्ञापन देने पहुंचे कर्मचारियों का ज्ञापन लेने के बाद न्यूज जंक्शन 24 से बातचीत में कही।
विदित रहे कि बुधवार को राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली मंच के जिलाध्यक्ष डॉ. गोकुल सिंह मर्तोंलिया, जिला मंत्री मदन सिंह बर्थवाल, उत्तराखण्ड राज्य प्राथमिक शिक्षक संगठन नैनीताल के जिला मंत्री डिकर सिंह पडियार , राजकीय शिक्षक संघ के पूर्व मण्डलीय मंत्री डा. भूवन जोशी ‘ कन्नू जोशी’, प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला कार्यकारिणी सदस्य पूरन विष्ट, कोटावाग के मंत्री कमल कुमार गिनती, कोषाध्याक्ष पूरन पन्त, धारी के मंत्री दीपक दुर्गापाल, ओखलकाँण्डा के अध्यक्ष शमशेर दीगारी, मंत्री गोपाल बिष्ट, कोषाध्यक्ष हीरा बसानी, हल्द्धानी के मंत्री विजय गुरुरानी, अमित जोशी, जानकी अधिकारी, रश्मि पांडे, मीनाक्षी जोशी, धरमवीर सिंह आदि ने नैनीताल के संघर्षशील युवा विधायक संजीव आर्या से उनके घर पर मिलकर ज्ञापन सौंपा था। इन सभी ने युवा विधायक को अवगत कराया कि 1 अक्टूबर 2005 के बाद नियुक्त अधिकारियों/कर्मचारियो को पुरानी पेंशन के स्थान पर नई पेंशन स्कीम लागू की गई है। यह शेयर बाजार पर आधारित है। वर्तमान में सेवानिवृत्त हुए कई कार्मिकों को डेढ़ हजार से दो हजार रुपये के बीच पेंशन मिल रही हैं। जिससे इन कार्मिकों का भविष्य अंधकार में हो गया है | उत्तराखंड में लगभग अस्सी हजार कर्मचारी/अधिकारी इससे प्रभावित हो रहे हैं।
इन सभी कर्मचारियों व शिक्षकों ने विधायक आर्या से अनुरोध किया कि उत्तराखंड विधानसभा में पुरानी पेंशन बहाल किए जाने हेतु संकल्प पारित करने का कष्ट करेंगे ताकि पुरानी पेंशन बहाल हो सके |
इधर, शिक्षक संगठनो के पदाधिकारियों ने कहा है कि जब तक पुरानी पेंशन बहाल नही हो जाती सक्रिय संघर्ष जारी रहेगा |

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