विधि विधान के साथ खुले भू-बैकुंठ बदरीनाथ धाम के कपाट

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देहरादून।  वैदिक मन्त्रोच्चार एवं पूर्ण विधि विधान के साथ श्रद्धा एवं भक्ति के बीच श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए भगवान विष्णु को समर्पित श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट। बद्रीनाथ धाम की यात्रा का हुआ शुभारम्भ।

आज प्रात: 06 बजे शुभ मुहूर्त पर तीर्थ पुरोहितों द्वारा पूजा-अर्चना कर वैदिक मंत्रोच्चार व भारी सुरक्षा बल के बीच ढोल-नगाड़ों व आर्मी बैण्ड की मधुर धुन पर हजारों श्रद्धालुओं के जयकारे के साथ बैकुंठ धाम भगवान श्री बद्रीनाथ के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। बद्रीनाथ धाम में देश-विदेश से आये सहस्त्रों श्रद्धालु कपाटोद्घाटन की इस पावन बेला के साक्षी बनें। पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल परिक्षेत्र करन सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी चमोली हिमांशु खुराना एवं पुलिस अधीक्षक चमोली सर्वेश पंवार द्वारा स्वयं उपस्थित रहकर दर्शनार्थियों को कतारबद्ध रहकर श्री हरि दर्शन करने की अपील की गई।

इससे पूर्व श्री बद्रीनाथ के मंदिर को 15 टन फूलों से सजाया गया। आज प्रात: कालीन से ही श्री बद्रीनाथ धाम के मुख्य पुजारी रावल, धर्माधिकारी व वेदपाठियों द्वारा मंदिर में पूजा-अर्चना कर माता लक्ष्मी को गर्भ गृह से निकालकर मंदिर की परिक्रमा कराकर लक्ष्मी मंदिर में विराजमान किया गया तत्पश्चात कुबेर जी व उद्धव जी को बद्री विशाल मंदिर के गर्भ गृह में विराजमान किया गया। शुभ मुहूर्त पर भगवान की चतुर्भुज मूर्ति को घृत कंबल से अलग कर अभिषेक व सिंगार किया गया। अब छ: माह तक बैकुण्ठ धाम में भगवान की चतुर्भुज मूर्ति के साथ उद्धव, कुबेर, नारद और नर नारायण के दर्शन किए जाएंगे। बदरीनाथ धाम मंदिर परिक्रमा स्थित गणेश, घटाकर्ण, आदि केदारेश्वर और आदि गुरु शंकराचार्य मंदिर व माता मूर्ति मंदिर, के कपाट भी इस यात्रा हेतु दर्शनार्थ खुल गए है।