सावन में काशी विश्वनाथ का दर्शन हुआ महंगा, भक्तों को जेब करनी होगी ज्यादा ढीली, जानें किस पूजा के लिए कितनी दरें

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न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। सावन का महीना शुरू होने वाला है। इसे देखते हुए सभी शिवालयों में पूजा-अर्चना की तैयारियां पूरी की जा रही है। वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर में भी तैयारियां अपने अंतिम पड़ाव है। मगर इस बार यहां पहुंचने वाले भक्तों को भगवान शिव के दिव्य ज्योतिर्लिंग के दर्शन के लिए जेब ज्यादा ही ढीली करनी पड़ेगी। दिव्य ज्योतिर्लिंग के सुलभ दर्शन से लेकर खास पूजा के लिए सावन विशेष पूजा शुल्क की नई दरें तय की गई हैं।

सावन को भगवान महादेव का प्रिय महीना बताया गया है। इस साल पावन सावन महीने की शुरुआत 14 जुलाई से हो रही है, जो 12 अगस्त तक रहेगा। इस महीने सभी शिवालयों में भाेले भक्तों की भाड़ी उमड़ती है। ज्योतिर्लिंगों के दर्शनों को तो बड़ी दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं। काशी विश्वनाथ में भी बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने से दिव्य और भव्य रूप में निखरे श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में आठ महीनों से भक्तों की संख्या कई गुना बढ़ी है। विश्वनाथ धाम कॉरिडोर बनने के बाद यह पहला सावन है, ऐसे में पूजा के लिए भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की उम्मीद है।

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हालांकि, इस सावन काशी विश्‍वनाथ के दर्शन और पूजा और महंगे हो गए हैं। सोमवार को बाबा विश्‍वनाथ की मंगला आरती से लेकर पूजा में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को अधिक जेब ढीली करनी होगी, जबकि अन्य दिनों में कम पैसे खर्च करने होंगे, मगर सोमवार के दिन दर्शन और पूजा पूरे सावन भर महंगे रहेंगे।

वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि पिछली बार भी सावन में विशेष पूजा के लिए शुल्क दरों में बढ़ोत्तरी की गई थी। ठीक उसी तरह, पिछले सावन की तरह इस बार भी सुलभ दर्शन से लेकर खास पूजा के लिए सावन विशेष पूजा शुल्क की नई दरें तय की गई हैं। ये नई दरें पूरे सावन भर लागू रहेंगी। सोमवार के दिन अगर आप पूजा करना चाहते हैं तो आपको अधिक पैसे खर्च करने पड़ेंगे।

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ये तय किए गए हैं नए रेट
  • सोमवार को मंगला आरती का शुल्क 2000 रुपये
  • सामान्य दिनों में मंगला आरती का शुल्क 1500 रुपये
  • सुगम दर्शन को सामान्य दिनों में खर्च करने होंगे 500 रुपये
  • सोमवार को सुगम दर्शन को खर्च करने होंगे 750 रुपये
  • मध्यान्ह भोग आरती, रात्रि श्रृंगार, सप्तर्षि आरती, भोग आरती के लिए 500 रुपये खर्च करने होंगे
  • सावन में एक शास्त्री से रुद्राभिषेक कराने का शुल्क 700 रुपये
  • सोमवार को पांच शास्त्री से रुद्राभिषेक कराने के 3 हजार रुपये देने होंगे
  • सोमवार के अलावा अन्य दिनों में पांच शास्त्री से रुद्राभिषेक कराने को 2100 रुपये देने होंगे
  • श्रावण सन्यासी भोग सोमवार के लिए 7500 रुपये
  • श्रावण सन्यासी भोग अन्य दिनों के लिए 4500 रुपये
  • श्रावण श्रृंगार शुल्क 20 हजार देना होगा

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