वाराणसी-दिल्‍ली बुलेट ट्रेन के लिए तेजी से शुरू हुआ काम, 1 दिन में 18 फेरे लगाएगी यह ट्रेन

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न्यूज जंक्शन 24, लखनऊ। उत्‍तर प्रदेश के प्रमुख पर्यटन शहरों में हाई स्‍पीड रेल की सुविधा देने करने की योजना पर जोरशोर से काम शुरू हो गया। इसके तहत सबसे पहले दिल्‍ली-वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन (Varanasi-Delhi bullet train) चलाने की प्‍लानिंग है। इसके लिए सर्वे के अलावा रूट फिजिबिलिटी टेस्‍ट भी लगभग पूरा हो गया है। अब दिल्‍ली से वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन के ठहराव को लेकर स्‍टेशन बनाने की योजना पर काम चल रहा है। बुलेट ट्रेन (Varanasi-Delhi bullet train) के लिए अलग से पटरियां ब‍िछाई जाएंगी और इसके लिए अलग से खास स्‍टेशन भी बनाए जाएंगे। वाराणसी के अलावा अयोध्‍या और आगरा को भी हाई स्‍पीड रेल नेटवर्क से जोड़ने की योजना है।

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मीडिया में आई रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्‍ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन (Varanasi-Delhi bullet train) रूट पर कुछ जगहों पर इलेवेटेड रेलवे ट्रैक होंगे तो कुछ जगहों से हाई स्‍पीड ट्रेन भूमिगत गुजरेगी। ऐसा सुरक्षा के लिहाज से किया जाएगा। इसके तहत नोएडा में बन रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के समीप अंडरग्राउंड स्‍टेशन बनाए जाएंगे। एयरपोर्ट के शुरू होने पर यहां लोगों की आवाजाही बढ़ने की संभावना है, इसीलिए जेवर के पास बुलेट ट्रेन (Varanasi-Delhi bullet train) के लिए स्‍टेशन बनाने की प्‍लानिंग है। दिल्‍ली और वाराणसी के बीच बुलेट ट्रेन के लिए कुल 12 स्‍टेशन बनाए जाएंगे। ये स्‍टेशन ऐसी जगहों पर बनाए जाएंगे, जहां यात्रियों की आवाजाही ज्‍यादा होती है।

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मीडिया रिपोर्ट में यह भी कहा जा रहा है कि दिल्‍ली-वाराणसी बुलेट ट्रेन (Varanasi-Delhi bullet train) परियोजना के पूरा होने के बाद की भी योजना तैयार कर ली गई है। बुलेट ट्रेन एक दिन में दिल्‍ली से वाराणसी के बीच 18 फेरे लगाएगी। वहीं, दिल्‍ली से आगरा के बीच 63, दिल्‍ली से लखनऊ के बीच 43 और दिल्‍ली से अयोध्‍या के बीच 11 फेरे लगाएगी।

इस प्रोजेक्‍ट पर हजारों करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस हाई स्‍पीड रेल प्रोजेक्‍ट की लागत तकरीबन 2.3 लाख करोड़ रुपये होगी। इसके जरिये उत्‍तर प्रदेश के प्रमुख तीर्थस्‍थानों को जोड़ने की कोशिश की जाएगी। बुलेट ट्रेन का रूट मैप इस तरह से तैयार किया गया है कि इसके तहत प्रमुख तीर्थस्‍थल आ जाएं।

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