पुलिस से बोली नाबालिग, मैं उत्तराखंड में थी। लौट तो आई हूं पर घर नहीं भेजना। जानिए क्यों

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बरेली : बारादरी थानाक्षेत्र में एक नाबालिग की शादी परिजनों ने उसकी इच्छा के विरुद्ध तय कर दी। नाबालिग लगातार विरोध करती रही, लेकिन उसकी एक न चली। अंततः घरवाले शादी की तैयारियों में जुट गए, शादी की डेट भी करीब थी, इधर नाबालिग का तनाव भी तेजी से बढ़ता गया। घरवालों के राजी होते न देख नाबालिग घर छोड़कर चली गई। घरवालों को जब पता चला तो होश उड़ गए। परिजनों ने पड़ोस के एक झोलाछाप डॉक्टर पर लड़की के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। पुलिस पड़ताल में जुटी थी इसी बीच नाबालिग थाने पहुंच गई। उसने बताया कि वह उत्तराखंड के हरिद्वार चली गई थी। पुलिस कर्मियों से गुहार लगाते हुए बोली कि वह लौट तो आई है लेकिन घर नहीं जाऊंगी।
बरेली के थाना बारादरी में पीड़ित ने छह दिसंबर को दर्ज मुकदमे में बताया कि उसकी 17 वर्षीय बेटी मानसिक रूप से कमजोर है। पड़ोस में रहने वाले झोलाछाप डॉक्टर से उनकी बेटी दवा लेने गई थी। इसके बाद आरोपी देर रात उनकी बेटी के साथ फरार हो गया था। उन्होंने बताया कि 20 हजार रुपये नकद व लगभग ढाई लाख का घर में रखा सारा जेवर और आधार कार्ड ले गई है।
शुक्रवार शाम अचानक नाबालिग अपना सामान लेकर बारादरी थाने पहुंच गई। यह देख पुलिस भी चौक गई। ऐसे में झोलाछाप पर पिता की ओर से लगाये गये आरोप गलत निकले। नाबालिग ने पुलिस को बता दिया कि वह अकेले गई थी, अब आ तो गई लेकिन किसी भी हाल में माता-पिता के साथ नहीं जाएगी। अभी वह नाबालिग है और बिना इच्छा के नापसंद लड़के से उसकी शादी कराई जा रही है। पुलिस परिजनों से भी बात कर रही है।

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