सालों बाद इस बार नाग पंचमी का त्योहार लेकर आ रहा अद्भुत संयोग, मगर इस घड़ी में न करें पूजा, होगा अशुभ

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# Nag Panchami 2022
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न्यूज जंक्शन 24, हल्द्वानी। सावन त्योहारों का महीना माना जाता है। इस महीने खासकर भगवान शिव और उनके गणों की पूजा होती है। कल नाग पंचमी (Nag Panchami 2022) है। इस दिन भगवान शिव के गले की हार बने नागों की पूजा होगी। कालसर्प दोष दूर करने के लिए इस दिन पूजा का विशेष महत्व होता है। ऐसे में मान्यता है कि इस दिन भगवान शंकर की विधिवत पूजा व रुद्राभिषेक करने वाले भक्त को सभी कष्टों से मुक्ति मिल जाती है। उनके जीवन में खुशहाली व सुख-समृद्धि का आगमन होता है।

ऐसे में जरूरी है, उस शुभ मुहूर्त की जानकारी, जब भगवान शिव और नाग देवता का पूजन का लाभ श्रेयस्कर मिले। क्योंकि हिंदू धर्म ग्रंथों के अनुसार देवी-देवताओं की पूजा शुभ मुहूर्त में करने से कई गुना पुण्य लाभ मिलता है। वहीं अशुभ मुहूर्त में पूजा करने से अशुभ फल की प्राप्ति होती है। इस बार नाग पंचमी के दिन अद्भुत संयोग बन रहा है।

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नाग पंचमी के दिन बन रहा ये अद्भुत संयोग

इस साल नाग पंचमी (Nag Panchami 2022) पर विशेष संयोग बन रहा है। पंचांग के मुताबिक़ इस बार नाग पंचमी के दिन मंगला गौरी का व्रत भी रखा जाएगा, क्योंकि सावन में हर मंगलवार को मंगला गौरी का व्रत रखा जाता है। यह व्रत माता पार्वती को समर्पित माना गया है। इसलिए नाग पंचमी के दिन नाग देवता के साथ-साथ भगवान शिव और माता पार्वती की भी पूजा की जाएगी। इसके साथ ही नागपंचमी के दिन शिव योग और सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं। शिव योग शाम 06 बजकर 38 मिनट तक रहेगा और उसके बाद सिद्धि योग शुरू होगा। इन दोनों ही योग में पूजा करने से शिव जी और नाग देवता की विशेष कृपा होगी। साथ ही भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी होंगी। इन दोनों योग में किए गए हर कार्यों में सफलता मिलती है।

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नाग पंचमी का शुभ मुहूर्त
पंचमी तिथि प्रारम्भ: 2 अगस्त, 2022 को सुबह 05 बजकर 14 मिनट से.
पंचमी तिथि समापन: 3 अगस्त, 2022 को सुबह 05 बजकर 42 मिनट पर.
नाग पंचमी पूजा मुहूर्त: 2 अगस्त 2022 को प्रात: 05 बजकर 42 मिनट से 08 बजकर 24 मिनट तक.
मुहूर्त की अवधि: 2 घण्टे 41 मिनट
अन्य समय भी पूजा की जा सकती है, मगर शुभ मुहूर्त में पूजा विशेष्ज्ञ फलदायी होती है।
इन अशुभ मुहर्त में न करें पूजन
नाग पंचमी के दिन ये अशुभ मुहूर्त भी बन रहे हैं। ऐसे में इन मुहूर्त में पूजन न करें अन्यथा अशुभ फल मिलेगा-
राहुकाल- 03:49 PM से 05:30 PM
यमगण्ड- 09:05 AM से 10:46 AM
गुलिक काल- 12:27 PM से 02:08 PM
विडाल योग- 05:29 PM से 05:43 AM

 

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