Video : आधी रात को एसटीएच में जूनियर डॉक्टरों व तीमारदारों में चले लात-घूंसे, दो घंटे से भी ज्यादा देर तक अराजकता का अड्डा बना रहा अस्पताल

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हल्द्वानी। कुमाऊं का सबसे बड़ा अस्पताल डा. सुशीला तिवारी अस्पताल सोमवार देर रात एक बार फिर अराजकता का अड्डा बन गया। रात में यहां एक मरीज के तीमारदारों और जूनियर डॉक्टरों के बीच जमकर लात-घूंसे चले, जिसमें दोनों पक्षों के छह लोग घायल हो गए। लाठी-डंडे से भी मारपीट की बात सामने आ रही है। बाद में मौके पर पहुंची पुलिस ने मामला शांत कराया। दोनों पक्षों ने एक दूसरे के ऊपर मारपीट व अभद्रता करने का आरोप लगाया है। इस दौरान करीब दो घंटे से भी अधिक समय तक अस्पताल में अफरातफरी मची रही।

डहरिया निवासी योगेश मौर्य सोमवार अाधी रात के करीब अपने पिता प्रेम शंकर का लेकर इमरजेंसी में इलाज कराने पहुंचे थे। उनका बीपी लो हो गया था। बताया जा रहा है कि इमरजेंसी में डॉक्टर ने देखने से मना कर दिया। इसी बात पर बहस शुरू हो गई और हंगामा शुरू हो गया। मामला बढ़ता देख योगेश ने अपने साथियों को फोन करके बुला लिया। वहीं, जूनियर डॉक्टरों के साथी भी हॉस्टल से निकलकर इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गए और वार्ड का दरवाजा बंद कर दिया, जहां दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई और लात-घूंसे भी चले। आरोप है कि जूनियर डॉक्टर नशे में धुत थे और लाठी-डंडों से लैस होकर पहुंचे थे। उन्होंने योगेश के साथी आरटीओ रोड निवासी उमेश बुधानी को लाठी-डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। डहरिया निवासी मनोज बिष्ट को भी गंभीर चोटें आई हैं। सभी को इलाज के लिए बेस अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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वहीं जूनियर डॉक्टरों का कहना है कि उनके साथ भी मारपीट की गई है, जबकि छात्राओं ने तीमारदारों पर अभद्रता करने का भी आरोप लगाया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है। हंगामे की सूचना पर एसपी सिटी डा. जगदीश चंद्र, सीओ सिटी शांतनु पाराशर, सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह, मेडिकल कॉलेज चौकी प्रभारी मनवर सिंह आदि पहुंचे। हंगामा बढ़ता देख मौके पर पुलिस फोर्स भी बुला ली गई। हालांकि बाद में समझाने पर मामला शांत हो गया। लेकिन देर रात तक तनाव की स्थिति बनी रही। अस्पताल के चारों ओर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई थी।

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सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही पुलिस

मारपीट के बाद चिकित्सक व तीमारदार दोनों एक दूसरे के ऊपर आरोप लगा रहे हैं। ऐसे में मामले की पूरी जांच के लिए पुलिस व प्रशासन के अधिकारी सीसीटीवी फुटेज खंगालने में जुटे हुए हैं। चौकी प्रभारी मनवर सिंह ने बताया कि फुटेज देखने के बाद ही स्थिति साफ हो पाएगी। जिसके आधार पर कार्रवाई की जाएगी।

 

दहशत में रहे अन्य मरीज व तीमारदार, इलाज भी हुआ प्रभावित

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मारपीट के कारण अस्पताल में दो घंटे से अधिक समय तक अफरातफरी का माहौल रहा। इससे अन्य मरीज व तीमारदार भी दहशत में रहे। इलाज के लिए भी उन्हें परेशान होना पड़ा।

देर रात तक कोतवाली में डटे कांग्रेस नेता

घटना के बाद डाक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के लिए देर रात तक कांग्रेस नेता कोतवाली में डटे रहे। इसमें सुमित हृदयेश, ग्राम प्रधान संगठन के पूर्व जिलाध्यक्ष कुंदन बोरा, बालम बिष्ट समेत तमाम नेता शामिल रहे।

निजी अस्पताल ले गए मरीज

डहरिया निवासी प्रेमशंकर मौर्य नाम के जिस मरीज को इमरजेंसी में इलाज के लिए लाया गया था, हंगामे और मारपीट की घटना के बाद उनका बेटा योगेश औन अन्य तीमारदार उन्हें निजी अस्पताल ले गए।

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