युवतियों की तस्करी में जुड़े डांस बार के व्यवस्थापक ने खुदकुशी की, जानिए क्या लिखा सुसाइड नोट में

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न्यूज जंक्शन 24, इंदौर।

मानव तस्करी के जरिए अलग-अलग सूबों की युवतियों को यहां लाकर उनसे एक डांस बार में जबरन अनैतिक काम कराने के आरोपियों में शामिल 57 वर्षीय व्यक्ति ने मंगलवार को फांसी लगाकर जान दे दी। आत्महत्या से पहले छोड़े गए कथित पत्र में उसने पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई से उसकी प्रतिष्ठा धूमिल होने की बात लिखी है।


अन्नपूर्णा पुलिस थाने के प्रभारी सतीश कुमार द्विवेदी ने बताया कि सुदामा नगर क्षेत्र में नरेंद्र रघुवंशी (57) का शव उसके घर में फांसी के फंदे पर झूलता मिला। उन्होंने बताया कि रघुवंशी शहर के गीता भवन चौराहे पर स्थित डांस बार ‘माय होम’ का व्यवस्थापक था जिसे अवैध निर्माण के चलते प्रशासन ने दिसंबर 2019 में ढहा दिया था। थाना प्रभारी ने बताया कि बार डांसर के रूप में काम कराने के लिए अलग-अलग सूबों की युवतियों की तस्करी और उनसे देह व्यापार कराने के आरोपों को लेकर माय होम के मालिक जितेंद्र सोनी उर्फ जीतू (62) के साथ ही रघुवंशी और अन्य लोगों के खिलाफ पलासिया पुलिस थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
उन्होंने बताया, ‘रघुवंशी पैरोल पर एक स्थानीय जेल से बाहर आने के बाद अपने घर में रह रहा था। उसकी पैरोल अवधि मंगलवार को ही खत्म होने वाली थी। लेकिन दोबारा जेल जाने से ऐन पहले उसने जान दे दी।’ इस बीच, आत्महत्या से पहले रघुवंशी का छोड़ा गया कथित पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इसमें लिखा गया है, ‘मेरे खिलाफ पुलिस और प्रशासन की जो कार्रवाई की गई है, उससे मेरी प्रतिष्ठा धूमिल हो गई है। इस वजह से मैं जान दे रहा हूं।’
रघुवंशी के कथित पत्र में यह भी लिखा गया है कि उसकी मौत के बाद उसके अंग किसी जरूरतमंद मरीज को दान कर दिए जाएं।

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