उत्तराखंड में बढ़ा लंपी वायरस, 341 पशुओं की मौत, सरकार ने 4 लाख टीकों का दिया ऑर्डर

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Lumpy skin disease in Uttarakhand
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न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। प्रदेश में लंपी स्किन डिजीज (Lumpy skin disease in Uttarakhand) के बढ़ते खतरे को देखते हुए पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को वैक्सीनेशन तेज करने के लिए निर्देशित किया है, जिससे रोग से पशुओं को समय रहते बचाया जा सके।

मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में अब तक कुल 20,505 केस पंजीकृत किए गए हैं, जिनमें से 8,028 पूर्ण रूप से स्वस्थ हो चुके हैं। 341 पशुओं की इस बीमारी से मृत्यु हुई है। उन्होंने कहा कि लंपी रोग से स्वस्थ होने की दर 40% तथा मृत्यु दर 1.6% है।

पशुपालन मंत्री सौरभ बहुगुणा ने पशुओं के वैक्सीनेशन की जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश में लंपी रोग (Lumpy skin disease in Uttarakhand) की मॉनीटरिंग के लिए सरकार ने नोडल अधिकारी नियुक्त किए हैं। उन्होंने कहा कि हमारे पास 6 लाख टीके उपलब्ध हैं। 5 लाख 80 हजार टीके प्रदेश के विभिन्न जनपदों में वितरित किये जा चुके हैं। राज्य सरकार ने 4 लाख टीकों का ऑर्डर भी दे दिया है। मंत्री ने पशुपालकों से निवेदन करते हुए कहा कि प्रत्येक पशुपालक को अपने पशुओं का बीमा अवश्य करवाना चाहिए, जिससे किसी भी प्रकार की हानि होने पर पशुपालकों को उचित मुआवजा प्राप्त होगा।

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उन्होंने टोल फ्री नंबर 18001208862 जारी करते हुए कहा कि लंपी रोग के संबंध में जानकारी प्राप्त की जा सकती है। मंत्री ने इसके लिए एसओपी भी जारी किया है। कहा कि सभी को लंपी रोग के बारे में जागरूक रहना होगा। उन्होंने कहा कि अन्य लंपी रोगग्रस्त क्षेत्रों से पशुओं के व्यापार पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाया गया है। मंत्री सौरभ ने कहा कि हरिद्वार तथा देहरादून लंपी रोग से सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं। हरिद्वार में 11,350 तथा देहरादून में 6,383 लंपी रोग के केस पंजीकृत किये गये हैं।

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