लॉकडाउन में एफबी पर छाई सदाबहार प्रशांत की शायरी

199
खबर शेयर करें -


बरेली। लॉकडाउन में लोगों के पास समय की कमी नहीं है। ऐसे में लोग उन फन पर भी खूब हाथ आजमा रहे हैं जो कभी उनकी पहली पसंद हुआ करते थे। सुरेश शर्मा नगर के रहने वाले प्रशांत पांडे भी ऐसा ही कर रहे हैं। बरेली में मैलोडी मेकर्स जैसे क्लब के संस्थापक सदस्य प्रशांत इन दिनों जमकर शेरो शायरी कर रहे हैं। प्रशांत के शेर फेसबुक पर खूब पढ़े जा रहे हैं। इस वक्त लोग उन्हें प्रशांत पांडे की जगह प्रशांत बरेलवी के नाम से पहचान रहे हैं। प्रशांत के शेरो की गहराई को देखते हुए न्यूज़ जंक्शन 24.कॉम ने अपने पाठकों के साथ इन्हें साझा करने का फैसला किया है।

0 चाहें जंग रोज़ हो पर ‘अदावत’ न हो
ऐ ख़ुदा इक नई दुनिया बना जहां नफ़रत न हो।।

0 गुनाह करके भी पूछते हो कि मेरी ख़ता क्या है,
तुम अब खुद तय करो कि तुम्हारी सज़ा क्या है?

0 जिंदगी नहीं पैसे की चिंता इंसा कितना मतलबी हो गया,
कि देखो मेरे देश मे कोरोना ‘मज़हबी’ हो गया।

0 ज़रा थोड़ा सा सैनिटाइजर दिल मे लगा भी में लगा लो जनाब
बहुत मैल रखते हो दिल मे कसम से….

0 किसी के लिए भी कुछ गलत कहना सही नही चाहे कुछ कह लो,
तू फिर नफरत कर लेना जितनी भी चाहे पहले जिंदा तो रह लो

0 ये गुनाहों से तौबा करने का वक़्त है जनाब ज़रा सलीके से पेश आ, और मरीज़ को मरीज़ ही रहने दे उसे मुज़रिम न बना।

0 अब ये मुद्दा ये आम सरे बाज़ार हो गया, जो तेरे मन की न कही, मैं गुनहगार हो गया।

0 जिस दिन सही को सही और गलत को गलत कहने का हुनर आ जायेगा, बाखुदा सच मे तू उस दिन इन्सान बन जायेगा।