केदारानाथ आने वाले श्रद्धालुओं के लिए खुशखबरी, अब गर्भ गृह तक फिर से जा सकेंगे भक्त, कर सकेंगे जलाभिषेक

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न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए अच्छी खबर है। बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने गर्भगृह में प्रवेश पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है। अब केदारनाथ पहुंचने वाले भक्त बाबा केदार के गर्भगृह (Kedarnath sanctum sanctorum ) के दर्शन करने के साथ ही बाबा केदार के स्वयंभू शिवलिंग का जलाभिषेक भी कर सकेंगे। अभी तक केदारनाथ आने वाले भक्त बाबा केदार के दर्शन मंदिर से कुछ दूरी पर स्थित सभा मंडप से ही कर रहे थे।

केदारनाथ धाम के कपाट छह मई को खुले थे। पहले दिन ही 20 हजार से अधिक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंचे थे। भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन में लगने वाले समय को देखते हुए बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया था। भक्तों को दूर से ही बाबा केदार के निर्वाण एवं श्रृंगार दर्शन मंदिर समिति की ओर से कराए जा रहे थे। मानसून सीजन शुरू होते ही तीर्थ यात्रियों की संख्या में कमी आई है, जिसके बाद बदरी-केदार मंदिर समिति ने भक्तों को बाबा केदार के दर्शन गर्भगृह (Kedarnath sanctum sanctorum )  से कराने का फैसला लिया है। मंदिर समिति के इस फैसले के बाद बाबा केदार के भक्त जहां बाबा केदार के स्वयंभू शिवलिंग को छू सकते हैं, वहीं अब आसानी से बाबा का जलाभिषेक भी कर सकेंगे।

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बदरी-केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने बताया कि, कपाट खुलने के बाद यात्रियों की भीड़ इतनी अधिक थी कि सभी श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भ गृह के दर्शन नहीं कराए जा सकते थे। भक्तों को सभा मंडप से ही बाबा के दर्शन कराए जा रहे थे। अब भीड़ कम होने के साथ भक्तों को गर्भगृह के दर्शन भी हो सकेंगे। उन्होंने कहा कि अगर दोबारा से भीड़ बढ़ती है तो फिर सभा मंडप से ही दर्शन कराए जाएंगे।

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इसके अलावा श्रद्धालुओं की संख्या में कमी को देखते हुए मंदिर में दर्शनों के समय में भी परिवर्तन किया गया है। अब केदारनाथ मंदिर में सुबह चार बजे के स्थान पर पांच बजे से धर्म दर्शन शुरू हो रहे हैं। अपराह्न तीन बजे से 4:45 बजे तक भोग-पूजा व सफाई के लिए कपाट बंद किए जा रहे हैं। शाम को श्रृंगार पूजा के बाद रात्रि नौ बजे दोबारा कपाट बंद किए जाएंगे।

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