उत्तराखंड में भी मिल गया लाल चंदन का पेड़, वन विभाग को भी नहीं थी खबर, बढ़ गया ‘पुष्पा’ का डर

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न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। हाल ही में रिलीज हुई दक्षिण भारतीय फिल्म में दिखाया गया लाल चंदन के पेड़ को लेकर नया खुलासा हुआ है। यह पेड़ केवल दक्षिण भारत ही नहीं, उत्तराखंड (Red sandalwood tree Uttarakhand) में भी पाया गया है। मगर हैरानी की बात ये है कि अभी तक इस बारे में किसी को खबर ही नहीं थी, न आम लोगों को और न ही वन विभाग को।

लाल चंदन का यह पेड़ उत्तराखंड में (Red sandalwood tree Uttarakhand) ऋषिकेश की आईडीपीएल कॉलोनी में मिला है। बताया जा रहा है कि यह पेड़ पिछले 15 वर्षों से यहां पर है। इसकी कीमत लाखों रुपये बताई जा रही है। वन विभाग को इसकी जानकारी हाल ही में मिली है। अब इसकी सुरक्षा वन विभाग ही कर रहा है।

आईडीपीएल कॉलोनी में खड़े लाल चंदन के पेड़ (Red sandalwood tree Uttarakhand) की सुरक्षा पिछले 15 सालों से एक व्यक्ति कर रहा है। मगर अब इसके सामने आ जाने के बाद से वन विभाग को इसकी सुरक्षा की चिंता सताने लगी है। ताकि कोई पुष्पा इस पर आरी न चला सके। इसी कारण पिछले दिनों इस पेड़ के मिलने के तुरंत बाद ही वन क्षेत्राधिकारी ने पेड़ की सुरक्षा को लेकर मौके पर निरीक्षण किया और कर्मचारियों को लगातार गश्त कर पेड़ की निगरानी करने के निर्देश भी दिए। बताया जा रहा है कि तस्करों से पेड़ों को बचाने के लिए मौके पर मंदिर निर्माण कराने की बात भी कही जा रही है। दिलचस्प बात यह है कि 15 सालों में लाल चंदन का पौधा पेड़ बन गया है, मगर वन विभाग को इसकी भनक तक नहीं लगी।

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अच्छी बात यह भी है कि तस्करों की नजर भी अभी तक पेड़ (Red sandalwood tree Uttarakhand) पर नहीं पड़ी है। इस वजह से यह अभी तक सुरक्षित खड़ा है। इस एक पेड़ के मिलने से यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि लाल चंदन को उत्तराखंड की आबोहवा रास आ गई है। उत्तराखंड की जलवायु और मिट्टी भी लाल चंदन (Red sandalwood tree Uttarakhand) के अनुकूल है। ऐसे में अगर उत्तराखंड में भी लाल चंदन को बढ़ावा दिया जाता है तो लोगों के साथ सरकार की आर्थिकी मजबूत होगी और दक्षिण भारत की तरह ही उत्तराखंड भी लाल चंदन के लिए जाना जा सकेगा।

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यह है इसकी खासियत

लाल चंदन ज्यादातर आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु की सीमा पर पहाड़ियों में पाए जाते हैं। लाल चंदन के एक पेड़ की कीमत लाखों रुपये में है। जानकारी के अनुसार लाल चंदन के पेड़ की कीमत 60 से 90 हजार रुपये प्रति किलो है। कई देशों में इसकी काफी डिमांड है। इसकी डिमांड सबसे अधिक चीन में बताई जाती है। लाल चंदन का उपयोग दवा या औषधि के रूप में कुछ शारीरिक समस्याओं के निदान के लिए किया जाता है।

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