उत्तराखंड भाजपा विधायक के भाई की पत्नी गिरफ्तार, देश छोड़ने की फिराक में थी, इनामी अपराधी भी हैं यह

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न्यूज जंक्शन 24, देहरादून। कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में टिहरी से भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय के भाई सचिन उपाध्याय की वांटेड पत्नी नाजिया यूसुफ केरल के कोच्चि एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर ली गई है। नाजिया के खिलाफ धोखाधड़ी के एक मामले में लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। जिसके तहत उसे गिरफ्तार किया गया है। उन पर एक हजार रुपये का इनाम भी था। बताया जा रहा है कि नाजिया देश छोड़ने की फिराक में थीं। देहरादून पुलिस नाजिया यूसुफ को गिरफ्तार करके लाने के लिए कोच्चि रवाना हो गई है।

भाजपा विधायक किशोर उपाध्याय के भाई सचिन उपाध्याय और उनकी पत्नी नाजिया यूसुफ के खिलाफ देहरादून, दिल्ली, एनसीआर में करोड़ों की प्रॉपर्टी फर्जीवाड़े और निजी कंपनियां बनाकर धोखाधड़ी करने के गंभीर मामले दर्ज हैं। इस कारण सचिन उपाध्याय और उनकी पत्नी नाजिया यूसुफ के खिलाफ इनाम घोषित करने के साथ ही लुकआउट नोटिस जारी कर पुलिस लंबे समय से उनकी तलाश में थी।

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लुकआउट नोटिस जारी होने पर नाजिया यूसुफ को कोच्चि पुलिस ने बुधवार रात कोच्चि एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि कोच्चि एयरपोर्ट से देर रात 10:30 बजे नाजिया यूसुफ देश छोड़ने की फिराक में थीं। नाजिया यूसुफ की शिनाख्त करते ही उसे कोच्चि पुलिस ने एयरपोर्ट पर गिरफ्तार कर लिया। वहीं, इस कार्रवाई की जानकारी कोच्चि पुलिस ने देहरादून पुलिस को दे दी है, जिसके बाद दून पुलिस कोच्चि में नाजिया को कस्टडी में लेने रवाना हो गई है। नाजिया यूसुफ वर्ल्ड इंटीग्रेटेड सेंटर (डब्ल्यूआइसी) की निदेशक भी है।

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यह है मामला

ग्राम चालांग राजपुर निवासी सचिन उपाध्याय और उनकी पत्नी नाजिया यूसुफ के खिलाफ राजपुर थाने में 12 मार्च 2017 को धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया था। यह मुकदमा दिल्ली में कारोबार करने वाले और मूल रूप से दून के ट्रेफलघर अपार्टमेंट धोरणखास निवासी मुकेश जोशी ने दर्ज कराया था। मुकेश ने अपनी शिकायत में राजपुर थाना पुलिस को बताया था कि वर्ष 2012 में दिल्ली के एक थाने में सचिन व नाजिया के खिलाफ उन्होंने फर्जी हस्ताक्षर कर उनकी संपत्ति खुर्द-बुर्द करने का मुकदमा दर्ज कराया था। हालांकि, बाद में दोनों पक्षों में समझौता हो गया। जिसमें तय हुआ कि मुकेश को सचिन 2.65 करोड़ रुपये देगा। साथ ही जब तक यह रकम अदा नहीं कर दी जाती, तब तक आरोपित की राजपुर रोड स्थित एक संपत्ति पीडि़त के पास बंधक रहेगी।

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मुकेश जोशी के अनुसार कई बार संपर्क करने के बावजूद आरोपित ने रुपये नहीं लौटाए। इसी बीच उन्हें पता चला कि आरोपित ने समझौते के तहत उनके पास बंधक रखी गई संपत्ति पर बैैंक से लोन ले लिया है। इसको लेकर मुकेश ने सचिन से विरोध जताया तो उसने रकम देने से इंकार कर दिया और धमकियां देने लगा।

राजपुर थाने में दर्ज मामले में एसआइटी की जांच के बाद पुलिस ने जनवरी 2020 में आरोपित सचिन उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया था, जबकि नाजिया फरार हो गई थी।पुलिस ने नाजिया के आवास पर कोर्ट में पेश होने का नोटिस भी चस्पा किया था, लेकिन वह कोर्ट में पेश नहीं हुई।