बजट स्पेशल : एक ऐसा वित्त मंत्री, जिसे कभी नहीं मिला बजट पेश करने का मौका

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न्यूज जंक्शन 24, नई दिल्ली। आज पहली फरवरी है। भारत का वार्षिक बजट (Budget 2022) पेश करने का दिन। पूर्णकालिक महिला वित्त मंत्री होने के नाते निर्मला सीतारमण का चौथा बजट होगा, जबकि 2014 में सत्ता पर काबिज होने के बाद से मोदी सरकार का यह 10वां बजट होगा। कोरोना महामारी, किसान आंदोलन और पांच राज्यों में हो रहे चुनाव के बीच आज पेश होने वाला बजट (Budget 2022) बेहद खास है। ऐसे में कुछ देर बाद पेश होने वाले इस बजट पर सभी की नजरें टिकी हुई हैं।

उम्मीद है कि बजट (Budget 2022) आम लोगों को महामारी की तीसरी लहर से बचाने और इकोनॉमी को बूस्ट देने वाला होगा। बजट कैसा होगा ये तो सरकार ही जाने, मगर आपके ये बातें जरूर जाननी चाहिए कि बजट का इतिहास क्या और कैसा रहा है। बहुत से लोग इन तथ्यों को नहीं जानते कि पहला बजट कब और कहां पेश हुआ था। आपको ये भी मालूम नहीं होगा कि कौन-सा ऐसा वित्त मंत्री था, जिसने एक भी बजट पेश नहीं किया।

कब पेश हुआ पहला बजट?

बजट (Budget 2022) सरकार द्वारा सालभर का देश की आय और खर्च का लेखा-जोखा होता है। इसे पेश करने की शुरुआत ब्रिटेन में हुई थी। ब्रिटिश काल में पहली बार भारत में 7 अप्रैल 1860 को बजट पेश किया गया था। भारत में इसे फाइनेंस मेंबर जेम्स विल्सन ने पेश किया। आजादी के बाद ब्रिटेन के ही बजट पेश करने के तरीके को ही आगे बढ़ाया गया।

किस वित्त मंत्री ने नहीं पेश किया एक भी बजट?

केसी नियोगी भारत के अकेले ऐसे वित्त मंत्री रहे, जिन्होंने एक भी बजट पेश नहीं किया। वे 35 दिनों तक 1948 में वित्त मंत्री रहे और उनके बाद जॉन मथाई भारत के तीसरे वित्त मंत्री बने थे।

किस वित्त मंत्री ने ज्यादा बार पेश किया बजट

सबसे अधिक बार भारत का बजट मोरारजी देसाई ने पेश किया है। मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री के रूप में 10 बार देश का बजट पेश किया है। इसमें आठ बजट और दो अंतरिम बजट शामिल हैं।

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