Uttrakhand News : स्कूल के गेट का नहीं खुला ताला तो गेट फांदकर अंदर पहुंचीं उपशिक्षा अधिकारी, शिक्षकों पर की यह कार्रवाई

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काशीपुर। कोरोना के कारण बंद चले रहे स्कूल डेढ़ साल बाद भले ही खुल गए, मगर शिक्षा व्यवस्था की तस्वीर अब भी बदहाल ही है। शिक्षकों का लापरवाह रवैया बच्चों के भविष्य पर भारी पड़ रहा है। शनिवार को काशीपुर में ऐसा ही नजारा देखने को मिला।

उपशिक्षा अधिकारी एक स्कूल को निरीक्षण करने पहुंची तो उन्हें गेट पर ताला लगा मिला। कोई शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचा था। बच्चे भी गेट पर खड़े होकर स्कूल के खुलने का इंतजार कर रहे थे, मगर जब इंतजार लंबा हाे गया और कोई शिक्षक स्कूल नहीं पहुंचा तो उपशिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी विद्यालय का गेट फांदकर अंदर पहुंच गई और बच्चों को भी इसी तरह गेट फांदकर अंदर जाना पड़ा। इसके बाद उपशिक्षा अधिकारी ने बच्चों को पढ़ाया भी।

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यह घटना काशीपुर के प्राथमिक विद्यालय सीतारामपुर की है। स्थानीय लोग उपशिक्षा अधिकारी की इस पहल की काफी सराहना कर रहे हैं। वह सुबह 8 बजे ही प्राथमिक विद्यालय निरीक्षण के लिए पहुंच गई थींख, लेकिन उन्हें स्कूल बंद मिला। स्कूल में न तो शिक्षक पहुंचे और न ही भोजन माता आई, जबकि स्कूल में पंजीकृत सभी 30 बच्चे स्कूल के गेट के बाहर पहुंच गए।

करीब आधा घंटा इंतजार करने के बाद भी शिक्षक के नहीं पहुंचने पर एबीईओ के साथ ही बच्चे गेट कूदकर स्कूल के अंदर दाखिल हुए, जहां खुले में एबीईओ ने निर्धारित समय तक खुद बच्चों को पढ़ाया। एबीईओ ने कहा कि अभी केवल 2 दिन स्कूल खुले हुए हो रहे हैं, ऐसे में शिक्षक का न आना और स्कूल बंद होना घोर लापरवाही है। शिक्षक का वेतन काटने के साथ ही उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। उपशिक्षा अधिकारी गीतिका जोशी के फोन पर संपर्क करने पर सीआरसी सुदामालाल प्रभारी सुरेश सिंह और युद्धवीर सिंह मौके पर पहुंचे।

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