बचपन में मारा था थप्पड़, अब 15 साल बाद लिया बदला, दिनदहाड़े गोली मारकर ले ली जान

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लखनऊ। गाजियाबाद जिले के लोनी के ट्रॉनिका सिटी थाना इलाके के पचायरा गांव में कार और बाइक सवार आठ बदमाशों ने बृहस्पतिवार सुबह प्रॉपर्टी डीलर दिनेश की गोली मारकर हत्या कर दी। बदमाशों ने डीलर को 6 गोलियां मारी और चार राउंड हवाई फायर करते हुए मौके से फरार हो गए। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने पांच घंटे तक हंगामा किया और पुलिस को शव नहीं उठाने दिया। पुलिस के अनुसार हत्या रंजिश में की गई है। एक महीने पहले भी दोनों पक्षों के बीच गोलियां चलीं थी। इस वारदात के पीछे आरोपी के बचपन में घटी एक घटना को वजह बताया जा रहा है।

अगरौला गांव में वीर सिंह परिवार के साथ रहते हैं। उनका बेटा दिनेश (45) पचायरा गांव में वीर सिटी नाम से बसी कॉलोनी में प्लाट काट रहे थे। दिनेश का पचायरा गांव में ऑफिस है। बृहस्पतिवार को वह बाइक से ऑफिस से घर आ रहे थे। ग्रामीणों के अनुसार एक कार और बाइक पर सवार करीब आठ बदमाशों ने उन्हें पचायरा गांव के रास्ते में घेर लिया। बदमाश ने अपनी कार से दिनेश की बाइक पर टक्कर मार दी, जिससे दिनेश गिर गए। इस दौरान बाइक और कार से करीब आठ बदमाश उतरे और दिनेश पर गोलियों की बौछार कर दी। दिनेश ने हेलमेट पहन रखा था, बदमाश ने हेलमेट पर गोली मारी। गोली हेलमेट को तोड़ती हुई दिनेश के सिर में जा लगी, जिससे दिनेश की मौके पर ही मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद बदमाश पुश्ता की तरफ फरार हो गए।

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बदमाशों के जाने के बाद ग्रामीण मौके पर पहुंचे और परिजनों को सूचना दी। ग्रामीणों और परिजनों ने पांच घंटे तक पुलिस को शव को उठाने नहीं दिया। परिजन आरोपियों की गिरफ्तारी और सख्त सजा देने की मांग करने लगे। लोनी सीओ अतुल कुमार सोनकर के आश्वासन के बाद परिजन मानें और पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा। वहीं, हत्या के आरोप में मृतक दिनेश के राजे, मदन, दीपक, कैलाश निवासी अगरोला, अजब सिंह निवासी हरि लड्डू निवासी बागपत, जितेंद्र उर्फ जीतू निवासी खानपुर जप्ती लोनी खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई है।

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एसएचओ संदीप सिंह ने बताया कि अगरौला गांव में करीब 15 साल पहले दोनों परिवार एक साथ मिल जुलकर रहते थे। दिनेश ने किसी गलती पर दीपक को बचपन में थप्पड़ मार दिया था। यह दीपक को गवारा नहीं हुआ। तभी से दोनों परिवार में दरार पड़ गई। एक ही गांव में रहने के बाद दोनों परिवारों में वर्चस्व की लड़ाई शुरू हो गई। 3 अगस्त को भी दोनों पक्षों में फायरिंग हुई थी। तब पुलिस जांच में पता चला था कि दिनेश ने करीब 15 साल पहले एक गलती पर दीपक को थप्पड़ मार दिया था। दीपक ने नाम कमाने के लिए एक के बाद एक कई आपराधिक घटनाओं को अंजाम दिया था। फिलहाल दीपक दिल्ली की एक जेल में बंद है। उसने जेल से ही दिनेश को धमकी दी थी।

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